होशियारपुर, 24 फरवरी (निस)
केंद्र सरकार की तरफ के पास किये खेती कानूनों खिलाफ और किसानों की रिहाई को लेकर किसान जत्थेबंदियों कुल हिंद किसान सभा, लोकतांत्रिक किसान सभा, आज़ाद किसान समिति दोआबा और कीरती किसान यूनियन की तरफ से अन्य जत्थेबंदियों के सहयोग के साथ दमन विरोधी दिवस मनाया। इस दौरान मिनी सचिवालय सामने रोष प्रदर्शन किया गया।
इस मौके डिप्टी कमिशनर अपनीत रियात को राष्ट्रपति को माँग-पत्र भी भेजा। यह माँग-पत्र डीसी की ग़ैर-मौजूदगी में एडीसी अमित कुमार पांचाल ने प्राप्त किया। इस मौके किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से किसानों प्रति अड़ियल रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 3 महीनों से किसान बड़ी संख्या में दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं और कई किसान जान गवां चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार ने किसानों की कोई सुध नहीं ले रही। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के घटनाक्रम के बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से अनेक किसानों, नौजवानों को जेलों में डाला गया और उनके ख़िलाफ़ झूठे केस दर्ज करके उन पर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि जेलों में बंद किये किसानों, नौजवानों को बिना शर्त रिहा करके उनके ख़िलाफ़ दर्ज किये केस तुरंत रद्द किये जायें। सीमाओं पर लगाई गई रोक हटायी जायें और खेती कानूनों को तुरंत रद्द किया जाये।
इस अवसर पर आज़ाद किसान समिति दोआबा के प्रधान हरपाल सिंह संघा, गुरदीप सिंह खुण खुण, औंकार सिंह धामी, परमिंदर सिंह लाचोवाल, रणधीर सिंह असलपुर, मनजीत सिंह, बाबा दविंदर सिंह, हरप्रीत सिंह लाली, अकबर सिंह, जगत सिंह, जसवीर सिंह, कीर्ती किसान यूनियन के प्रधान जगतार सिंह भिंडर, साथी गुरमेश सिंह, हरकंवल सिंह, जगतार सिंह भिंडर, कमल सैनी आदि उपस्थित थे।
वामपंथी किसान संगठनों ने दिया ज्ञापन
लुधियाना (निस) वामपंथी किसान संगठनों नें संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल संगठनों ने आज उपायुक्त लुधियाना के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर जेलों में बंद निर्दोष किसानों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई। याचिकाकर्ताओं में चमकोर सिंह, तरलोचन सिंह झोरराँ, जगदीश चंद, चरण सिंह सराभा, परमजीत सिंह, मनोहर सिंह झोरराँ, एमएस भाटिया, गुलजार सिंह पंधेर, मनप्रीत और जगदीश लाल शामिल थे। मांग-पत्र बारे नेताओं ने कहा कि आज पूरे देश में दमन-विरोधी दिवस मनाते हुए मांग-पत्र देश के सभी जिला और तहसील अधिकारियों को सौंपे जा रहे हैं।