समराला, 25 अप्रैल (निस)
गेहूं के सीजन की कटाई जोरों पर है। किसान मशीनरी और खेत मजदूरों की मदद से गेहूं की कटाई करके उसे सीधे मंडी में लाता है। इस वजह से मंडी में गेहूं रखने के लिए स्थान कम पड़ गया है। मंडियों में गेहूं को बोरियों में भर कर ट्रकों में लड़ने के लिए मजदूर पर्याप्त नहीं हैं जिसके कारण उठान के अभाव में समराला मंडी प्रांगण में गेहूं की बोरियों के अंबार लग गये हैं। आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष आलमदीप सिंह मल्लमाजरा ने कहा कि दूसरे राज्यों में लोकसभा चुनाव होने के कारण मजदूरों को पंजाब में आने से रोका जा रहा है जिससे आढ़तियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पहले हर आढ़ती के पास करीब 20- 25 मजदूर होते थे, अब सिर्फ 7-8 मजदूरों से काम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीजन से पहले किसानों द्वारा लेबर उपलब्ध कराने के लिए लेबर ठेकेदारों को लाखों रुपये एडवांस में दिये गये हैं. जो डूब गए हैं। उन्होंने कहा कि समराला मंडी की आढ़तियों के करीब 40-50 लाख रुपये लेबर ठेकेदारों के पास फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम समराला ने उन्हें उठान प्रक्रिया में तेजी लाने के आदेश दिए हैं। आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि एक-दो दिन में लिफ्टिंग की समस्या से भी निपट लिया जायेगा। उधर, समराला मंडी सचिव गुरजीत सिंह ने कहा कि इस मंडी में गेहूं की बिक्री 15 अप्रैल से शुरू हुई थी।