रुचिका एम खन्ना/ सुखमीत भसीन
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़/बठिंडा, 4 जुलाई
तलवंडी साबो पावर प्लांट की दूसरी इकाई में खराबी आने से रविवार को पंजाब में बिजली संकट और भी गहरा गया है। इस कारण 660 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है। उल्लेखनीय है कि मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में स्थित औद्योगिक इकाइयाँ अब 3 दिनों से बंद हैं, और आज बिजली उत्पादन की स्थिति बिगड़ने के साथ प्रतिबंधों को और बढ़ाया जा सकता है। इस आशय का निर्णय आज लिया जा सकता है।
राज्य भर में, घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं ने भी 2 से 4 घंटे तक की अघोषित बिजली कटौती की शिकायत की। पीएसपीसीएल के अधिकारियों का कहना है कि कटौती का कारण तलवंडी साबो में 660 मेगावाट के संयंत्र के बॉयलर ट्यूब में रिसाव है और संयंत्र को चालू होने में 2 से 3 दिन लगेंगे। एक अन्य इकाई (660 मेगावाट) कुछ समय से खराब पड़ी है और इस महीने के अंत तक ही उसमें उत्पादन होने की उम्मीद है।
जानकारी के अनुसार आज राज्य में कुल बिजली की मांग 12280 मेगावाट है। तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) उत्तर भारत का सबसे बड़ा थर्मल पावर प्लांट है, जिसे निजी भागीदारी के तहत मानसा के पास गांव बनावाला में वेदांत कंपनी द्वारा स्थापित किया गया है, जिसकी कुल क्षमता 1980 मेगावाट और प्रत्येक में 680 मेगावाट की तीन इकाइयां हैं।