होशियारपुर, 27 जनवरी (निस)
लाल किले पर खालसाई झंडा फहराने को लेकर वायरल हो रहे वीडियो में झंडा फहराने वाले का नाम बघेल सिंह बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में जिस व्यक्ति को 250 साल बाद लाल किले पर झंडा फहराने का श्रेय देते हुए पहलवान बताया जा रहा है, वह वास्तव में पहलवान है। गढशंकर के गांव लल्लियां का निवासी उक्त व्यक्ति गांव का सरपंच भी है। हर साल वह अपने गांव में छिंझ भी आयोजित कराता है। बताया जाता है कि वह पहले शिरोमणि अकाली दल का उपाध्यक्ष भी रह चुका है और बरगाड़ी कांड के बाद उसने पार्टी छोड़ दी थी। बघेल सिंह लगातार किसान आंदोलन से जुड़ा रहा है और कई बार दिल्ली मोर्चे में भाग ले चुका है। अब वह ट्रेक्टर परेड में भाग लेने के लिए फिर से दिल्ली गया हुआ है। इस संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद गढ़शंकर पुलिस भी उसके बारे में जांच पड़ताल करने उसके घर पहुंची। एसएचओ इकबाल सिंह ने बताया कि वह घर पर नहीं मिला, बताया गया है कि वो दिल्ली में ही है।
कृषि कानून तुरंत रद्द करे सरकार : चन्नी
पंजाब के तकनीकी शिक्षा, पर्यटन और सांस्कृतिक मामले एवं रोज़गार मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कृषि केवल राज्यों का विषय है, जिसमें केंद्र को बेवजह दख़ल नहीं देना चाहिए, क्योंकि केंद्र सरकार किसान विरोधी काले कानूनों को देश के किसानों पर जबरन थोंपकर किसानों को तबाह कर रही है, जबकि देश स्तरीय गुस्से के मद्देनज़र यह काले कानून तत्काल रद्द होने चाहिए। गणतंत्र दिवस के मौके पर स्थानीय पुलिस लाईन ग्राउंड में ज़िला स्तरीय समागम के दौरान राष्ट्रीय झंडा लहराने के उपरांत अपने भाषण में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि केंद्र सरकार देश के अन्नदाता को इस तरह सड़कों पर अपमानित न करके किसानों की माँगों को मानते हुए काले कानूनों को तुरंत वापस ले। इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात, एसएसपी नवजोत सिंह माहल और परेड कमांडर डी.एस.पी. गुरप्रीत सिंह गिल समेत परेड का निरीक्षण करने के उपरांत मार्च पास्ट से सलामी ली।
हिंसा के लिये किसान जिम्मेदार नहीं : बैंस
लुुुधियाना (निस): लोक इंसाफ पार्टी ने दिल्ली में हुए उपद्रव विशेषकर लाल किले पर हुई हिंसा की घटना पर आपत्ति जतायी मगर किसान नेताओं को निर्दोष बताया। पार्टी के प्रधान एवं विधायक सिमरनजीत सिंह बैंस ने कहा कि सरकार ने जिन किसान नेताओं को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके विरुद्ध मामले दर्ज किये हैं, वे कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को फेल करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि गत दो माह से ठिठुरती ठंड में दिल्ली बार्डर पर अपनी मांगो के समर्थन में धरना दिये बैठे किसानों के नेताओं ने शांतिपूर्वक ढंग से आंदोलन चलाया है।
किसान संघर्ष को फेल करने की कोशिश : मजीठिया
केंद्र सरकार ने दिल्ली में कृषि कानूनों को लेकर किसान जत्थेबंदियों की तरफ से 2 महीने से किये जा रहे संघर्ष को फ़ेल करने का हरसंभव प्रयास किया, परंतु वह सफल नहीं हुई, जब किसानों की तरफ से दिल्ली में शांतिपूर्ण ट्रैक्टर परेड करने का प्रयास किया गया तो इसके बाद सरकार ने कुछ लोगों की मदद के साथ संघर्ष को कमजोर करने की पूरी कोशिश की और वो किसी हद तक सफल भी हो गई। ये विचार होशियारपुर आये बिक्रम सिंह मजीठिया ने प्रगट किये। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस मौके दिल्ली के लाल किले पर सख्त सुरक्षा का प्रबंध किया जाता है लेकिन इसके बावजूद कुछ शरारती और हुल्लड़बाज़ी कैसे वहां पहुंच गये, इससे सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगता है।
देश को मजबूत करने के लिए काम करें : धर्मसोत
बठिंडा (निस) : 72 वें गणतंत्रता दिवस पर यहां राजिन्द्रा कालेज के हाकी स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद पंजाब के सामाजिक न्याय व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने कहा कि लोगों से अपील की कि वह पंजाब व देश को मजबूत बनाने के लिए तहेदिल से काम करें। इस अवसर पर जिलाधीश बी श्रीनिवासन, आईजी पंजाब जसकरण सिंह, एसएसपी भूपिन्द्र जीत विर्क, भुच्चो के विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई, एडीसी जनरल राजदीप सिंह बराड़, आरटीए हरजोत कौर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने कहाकि वह डाक्टर भीम राव अंबेडकर को प्रणाम करते हैं जिन्होंने देशवासियों को एक माला में पिरोने वाला संविधान बनाया।