
'बाइक से भागा, फिर नाव ढूंढ़ी और आखिर में ऑटो से हुआ फरार' पंजाब पुलिस के प्रवक्त्ता व आईजी (मुख्यालय) डाॅ. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल ने 19 मार्च को बिलगा के निकट शेखूपुरा से बाइक ली फिर सतलुज दरिया क्रास करने के लिए नाव ढूंढ़ी। नाव नहीं मिली तो लाडोवाल पुल के निकट एक पुराने पुल को क्रास करके पहले लाडोवाल रेलवे स्टेशन के पास गया। फिर हार्डी वर्ल्ड के निकट रात करीब पौने नौ बजे आटो लेकर निकल गया। वह कैसे कुरुक्षेत्र पहुंचा, इसकी जांच हो रही है।
चंडीगढ़/लुधियाना, 23 मार्च (ट्रिन्यू/निस)
पंजाब पुलिस को लगातार चकमा दे रहा अलगाववादी अमृतपाल सिंह दो दिन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रुका था। इस संबंध में कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुरिंदर सिंह भोरिया ने बताया, ‘हमने रविवार को शाहबाद में अपने घर पर अमृतपाल और उसके सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह को शरण देने वाली महिला बलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है। महिला को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है।' उधर, पंजाब में खन्ना पुलिस ने अमृतपाल सिंह के गनमैन रहे तेजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा को गिरफ्तार कर लिया है। पायल क्षेत्र के डीएसपी हरसिमरत सिंह नें बताया कि तेजिंदर अमृतपाल के साथ रहता था और अजनाला केस में भी नामजद है। वह सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ तस्वीरें पोस्ट करता था। तेजिंदर शराब तस्करी में सजा भी काट चुका है।
इस बीच, आशंका जताई जा रही है कि अमृतपाल हरियाणा से उत्तराखंड भाग गया है। गौर हो कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ 18 मार्च को ऑपरेशन शुरू किया था। जालंधर के निकट महतपुर बार्डर से अमृतपाल पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। उसके खिलाफ अभियान के तहत पंजाब पुलिस को पता चला कि वह कुरुक्षेत्र के शाहबाद में 19 और 20 मार्च को रुका था। उसे पनाह देने वाली महिला के अनुसार अमृतपाल उसे बोलकर गया था कि वह उत्तराखंड जा रहा है। इस बीच, खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि अमृतपाल के संगठन 'वारिस पंजाब दे' को 158 विदेशी खातों से फंडिंग हो रही थी। इनमें से 28 खातों से 5 करोड़ से ज्यादा की रकम भेजी गई थी। इन खातों का संबंध पंजाब के माझा और मालवा से है। पंजाब के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक ने बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में बैठक कर हालात का जायजा लिया। इस दौरान पाकिस्तान से सटे फिरोजपुर और तरनतारन जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी को शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक बढ़ा दिया गया है जबकि अजनाला, मोगा, संगरूर व मोहाली से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है। अमृतपाल के भाई हरप्रीत सिंह समेत उसके 11 साथियों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया है।
'बाइक से भागा, फिर नाव ढूंढ़ी और आखिर में ऑटो से हुआ फरार'
पंजाब पुलिस के प्रवक्त्ता व आईजी (मुख्यालय) डाॅ. सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल ने 19 मार्च को बिलगा के निकट शेखूपुरा से बाइक ली फिर सतलुज दरिया क्रास करने के लिए नाव ढूंढ़ी। नाव नहीं मिली तो लाडोवाल पुल के निकट एक पुराने पुल को क्रास करके पहले लाडोवाल रेलवे स्टेशन के पास गया। फिर हार्डी वर्ल्ड के निकट रात करीब पौने नौ बजे आटो लेकर निकल गया। वह कैसे कुरुक्षेत्र पहुंचा, इसकी जांच हो रही है।
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