
जालंधर में शनिवार को इसी जगह चलाया गया सर्च ऑपरेशन। - सरबजीत सिंह
जूपिंदरजीत सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 18 मार्च
कानून-व्यवस्था की स्थिति पर आलोचनाओं का सामना करने और खालिस्तानी कार्यकर्ता अमृतपाल को खुली छूट देने के बाद, पंजाब पुलिस ने शनिवार को जालंधर में नाटकीय रूप से कार्रवाई की, लेकिन अमृतपाल को गिरफ्तार करने में विफल रही। बड़े पैमाने पर पुलिस बंदोबस्त और सड़कों को सील करने के बावजूद अमृतपाल फरार हो गया।
पुलिस ने दावा किया कि उसने 78 लोगों को गिरफ्तार किया है और एक .315 बोर राइफल, 12 बोर की 7 राइफल, एक रिवाल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 कारतूस सहित 9 हथियार बरामद किए हैं। पूरा दिन ऐसा लगा कि पुलिस ने अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का फैसला लेते हुए जालंधर के शाहकोट-मलसियां और मेहतपुर क्षेत्र के गांवों में पूरी फोर्स को लगा दिया है।

पुलिस ने रविवार दोपहर तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं और मीडिया चैनलों को दोपहर 3 बजे से खबर चलाने दी कि अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन रात 9 बजे एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि वह भाग गया है। प्रेस बयान में, पुलिस ने अमृतपाल का खालिस्तानी कार्यकर्ता के रूप में उल्लेख नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने उसे और उसके समर्थकों को 'वारिस पंजाब दे' संगठन का समर्थक बताया। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' (डब्ल्यूपीडी) से जुड़े उन लोगों के खिलाफ राज्य में सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पंजाब पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा,'अमृतपाल सिंह सहित कई अन्य फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है।' प्रवक्ता ने बताया कि 'वारिस पंजाब दे' के समर्थक 4 आपराधिक मामलों में शामिल हैं जो वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिस कर्मियों पर हमले और लोक सेवकों के कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के लिए संगठन के समर्थकों के खिलाफ 24 फरवरी को मामला दर्ज किया गया है।उन्होंने कहा कि अपराधों में शामिल सभी व्यक्तियों से कानून के अनुसार निपटा जाएगा और पुलिस द्वारा वांछित सभी व्यक्तियों को कानून की प्रक्रिया के लिए खुद को पेश करना चाहिए।

इंटरनेट सेवाएं आज दोपहर 12 बजे तक बंद :
इस बीच पंजाब पुलिस ने लोगों से शांति एवं सद्भाव बनाये रखने की अपील की है। राज्य के गृह विभाग ने कुछ लोगों द्वारा हिंसा भड़काये जाने की आशंका का हवाला देते हुए इंटरनेट सेवाएं निलंबित रखने का आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि पंजाब में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं...सभी एसएमएस सेवाएं (बैकिंग एवं मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) मोबाइल नेटवर्कों पर प्राप्त डोंगल सेवाएं (वॉयस कॉल को छोड़कर) 18 मार्च 12 बजे से 19 मार्च 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।

और इस तरह चला पूरा ऑपरेशन
दोपहर 12.30 बजे : महतपुर में अमृतपाल के काफिले का पीछा शुरू।
दोपहर 1 बजे : पुलिस ने अपनी कारों को उसके काफिले में घुसा दिया और कुछ समर्थकों को पकड़ लिया, लेकिन अमृतपाल भाग गया।
दोपहर 1.15 बजे : अमृतपाल के समर्थकों का पहला वीडियो दिखाई दिया, जहां वे मदद की गुहार लगा रहे थे।
1.30 बजे : पुलिस ने मोगा बॉर्डर सील किया।
दोपहर 2 बजे : अमृतपाल पहले मलसियां गांव की ओर दौड़ता है और बाद में गांव की संपर्क सड़कों से होते हुए महतपुर की ओर मुड़ जाता है।
अपराह्न 3 बजे : अमृतपाल की गिरफ्तार की खबर फैलती है, राज्य में इंटरनेट सेवाएं बंद।
रात 9.00 बजे : पुलिस का बयान- अमृतपाल फरार।
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