कोलकाता/ नयी दिल्ली, 6 मई (एजेंसी)
पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद शुरू हुई हिंसा का सिलसिला जारी है। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन की कार पर पश्चिम मिदनापुर जिले के पंचकुरी गांव में बृहस्पतिवार को हमला किया गया। मुरलीधरन ने आरोप लगाया कि उनके काफिले पर हमले में ‘टीएमसी के गुंडों’ का हाथ है। मुरलीधरन ने ट्विटर पर बताया कि वह पश्चिम मिदनापुर में पार्टी के उन कार्यकर्ताओं से मिलने गये थे, जिन पर हमला किया गया है। वह एक घर से दूसरे घर जा रहे थे, तभी लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया। मंत्री ने बताया कि वह सुरक्षित हैं, लेकिन उनका चालक जख्मी हो गया और कुछ कारों की खिड़कियां टूट गयीं। मंत्री के साथ मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी के बावजूद हमला हुआ।
इस बीच, हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की 4 सदस्यीय टीम बृहस्पतिवार को कोलकाता पहुंच गयी। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव की अगुवाई में, टीम ने राज्य सचिवालय का दौरा किया और गृह सचिव तथा पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि टीम शहर के कई इलाकों के साथ-साथ दक्षिण 24 परगना, गदखाली, सुंदरबन और जग्गदल का दौरा कर सकती है।
केंद्रीय नेता भड़का रहे हिंसा : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 16 लोगों की जान गयी है। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। ममता ने कहा कि उनकी सरकार पिछले महीने सीतलकूची इलाके में सीएपीएफ की गोलीबारी में मारे गए 5 व्यक्तियों के परिवारों के एक-एक सदस्य को होमगार्ड की नौकरी देगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नेताओं पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा के लोगों ने अभी तक जनादेश को स्वीकार नहीं किया है।