ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 7 मार्च
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हरियाणा नया इतिहास रचने जा रहा है। यह पहला मौका होगा जब विधानसभा के बाहर ही नहीं, अंदर भी महिलाओं का ‘राज’ होगा। सोमवार को सदन की पूरी कार्यवाही महिला विधायकों के हाथों में होगी। पांच महिला विधायकों को इसके लिए अधिकृत किया गया है। हरियाणा ही नहीं, अन्य भी किसी प्रदेश में इस तरह की कोशिश पहले नहीं हुई।
सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे प्रश्नकाल से शुरू होगी। इसकी शुरुआत स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ही करेंगे, लेकिन कुछ देर बाद वे चेयर महिला विधायकों के हवाले कर देंगे। इसके बाद शून्यकाल और राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा का फैसला भी हाउस को चेयर करने वाली महिलाएं ही करेंगी। सदन की कार्यवाही शाम करीब साढ़े 6 बजे तक चलेगी। ऐसे में हाउस चलाने के लिए अधिकृत की गयीं पांचों महिला विधायकों- सीमा त्रिखा, नैना सिंह चौटाला, निर्मल रानी, गीता भुक्कल और किरण चौधरी को करीब 45-45 मिनट का समय मिलेगा। किरण चौधरी दिल्ली विधानसभा में स्पीकर रह चुकी हैं। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा, ‘सदन में किन मुद्दों पर चर्चा करवाई जानी है और किन पर नहीं, इसका निर्णय भी सोमवार को हाउस चलाने वाली महिला विधायकों पर ही छोड़ा गया है।’
29 का सम्मान डॉ. प्रियंका और प्रो. सुमेधा को इंदिरा शक्ति अवार्ड
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हरियाणा सरकार राज्य की 29 महिलाओं को सम्मानित करेगी। इनमें 9 महिलाओं को प्रदेश स्तर के सम्मान से नवाजा जाएगा। चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर राज्य स्तरीय समारोह में सीएम मनोहर लाल खट्टर इन महिलाओं को नकद पुरस्कार और स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित करेंगे। महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगी। हिसार की डीसी डॉ. प्रियंका सोनी और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक की प्रो. सुमेधा धानी को ‘इंदिरा गांधी महिला शक्ति अवार्ड’ से सम्मानित किया जाएगा। रेवाड़ी की आशा को ‘कल्पना चावला शौर्य अवार्ड’ मिलेगा। रेवाड़ी की ही भागवती देवी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा जाएगा। खेल श्रेणी में 10, सरकारी कर्मचारियों की कैटेगरी में 7, समाज सेवा के क्षेत्र में 6, उद्यमी वर्ग में 2 और कुछ अन्य को भी सरकार द्वारा उनके अच्छे कार्यों के लिए सम्मानित किया जायेगा।