सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 13 अगस्त जम्मू संभाग के रियासी जिले में चिनाब दरिया पर बन रहे दुनिया के सबसे ऊंचे सिंगल-आर्क रेलवे पुल के ओवरआर्क डेक की शनिवार को लांचिंग हो गई। यह पुल बनने के बाद श्रीनगर शेष भारत से रेल नेटवर्क के माध्यम से जुड़ने जाएगा। अगले वर्ष तक इस पर पटरी बिछाने का काम भी पूरा हो जाएगा।
यह आर्क ब्रिज एफिल टावर से भी 35 मीटर ऊंचा है। इसके आर्क की चिनाब नदी के जलस्तर से ऊंचाई 359 मीटर है। चिनाब पुल का ओवरआर्क डेक लांच होने से सलाल-ए और डुगा रेलवे स्टेशन दोनों ओर से जुड़ गए हैं। रेलवे के उधमपुर-बारामुला लिंक के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सुरेंद्र माही ने इस मौके पर खुशी जताते हुए कहा कि अब श्रीनगर तक रेल पहुंचने में अधिक समय नहीं लगेगा। एक वर्ष के भीतर सभी काम पूरे हो जाएंगे। अगले वर्ष तक लोग रेल से श्रीनगर तक सफर कर सकते हैं।
माही ने बताया कि यह विश्व में रेलवे की सबसे बड़ी आर्क है। इस पर अभी तक 1480 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। इसमें सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा गया है। इस पुल पर जब ट्रेन गुजरेगी तो हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, लेकिन रेलवे ने 260 किलोमीटर प्रति घंटा गति तक सहन करने की क्षमता बनाई है। यह पुल 1.315 किलोमीटर लंबा है।
17 स्तंभों वाले पुल के निर्माण में 28,660 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। स्थापित आर्क का वजन 10,619 मीट्रिक टन है। पुल का न्यूनतम जीवनकाल 120 वर्ष है। इस पर 100 किमी की गति से ट्रेनों के लिए बनाया जा रहा है।