मुंबई, 19 सितंबर (एजेंसी)
मुंबई में गणेश उत्सव के 10वें दिन रविवार को शहर में अलग-अलग जगहों पर गणपति और गौरी की 466 से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। स्थानीय निकाय के अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के कारण इसबार लगातार दूसरे साल बेहद कड़ी पाबंदियों के साथ गणपति स्थापना और उत्सव मनाया गया। उन्होंने बताया कि विसर्जन के दौरान अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सामान्य वर्षों में गणेश उत्सव के दौरान मुंबई में गणपति पंडालों में भारी भीड़, दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें नजर आती थीं, लेकिन पिछले दो वर्षों से उत्सव कुछ फीका सा है। इस साल गणेश उत्सव 10 सितंबर से शुरू हुआ। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि नगर निकाय ने गणपति विसर्जन के लिए शहर में 173 जगहों पर कृत्रिम झील बनाए हैं, इसके अलावा प्रतिमाएं एकत्र करने के लिए केन्द्र, सचल विसर्जन स्थल भी बनाए गए हैं। ये सारी व्यवस्था कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए की गयी है। उन्होंने बताया कि बीएमसी के अधिकार क्षेत्र में 73 प्राकृतिक जल स्रोतों में गणपति विसर्जन की पूरी व्यवस्था की गयी है। रविवार दोपहर 12 बजे तक 17 सार्वजनिक मंडलों की प्रतिमाओं, 444 निजी रूप से स्थापित प्रतिमाओं और देवी गौरी की 5 प्रतिमाओं का विभिन्न स्थानों पर विसर्जन किया गया। उन्होंने बताया कि इन प्रतिमाओं में से नौ सार्वजनिक पंडालों, 162 निजी रूप से स्थापित प्रतिमाओं और देवी गौरी की तीन प्रतिमाओं का विसर्जन कृत्रिम झीलों में किया गया।