नयी दिल्ली, 22 फरवरी (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के पास हथियार, सैन्य उपकरण बनाने का सदियों पुराना अनुभव है, लेकिन स्वतंत्रता के बाद इस क्षमता को मजबूत नहीं किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा क्षेत्र में बजट प्रावधानों पर आयोजित वेबिनार में कहा कि भारत क्षमताओं को तेजी से बढ़ाने के लिए अब प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष पद बनाए जाने के बाद खरीदारी प्रक्रिया में एकरूपता लाना और उपकरणों को शामिल करना आसान हो गया है। आतंकवाद, साइबर हमलों के कारण सुरक्षा जरूरतों का दायरा बढ़ गया है। हमें पारम्परिक रक्षा सामग्रियों के अलावा प्रौद्योगिकी संबंधी आवश्यकताओं को भी दिमाग में रखना चाहिए।