हरीश लखेड़ा/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 22 जनवरी
कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों बीच यहां शुक्रवार को 10वें दौर की बैठक भी बेनतीजा समाप्त हो गयी। अब तक की बैठकों में नरम रुख अपनाने वाली सरकार ने अब कड़े तेवर दिखाते हुए गेंद किसान संगठनों के पाले में डाल दी है। सरकार ने किसान संगठनों से दो टूक कह दिया कि वह कृषि कानूनों पर डेढ़ साल तक रोक लगाने से बेहतर प्रस्ताव नहीं दे सकती। इस प्रस्ताव पर बंटे किसान संगठनों से सरकार ने कहा कि वे विचार-विमर्श करके यदि किसी निर्णय पर पहुंच जाते हैं, तो उसकी सूचना शनिवार तक दे दें। सरकार ने अगली बैठक के लिए कोई तिथि नहीं दी है। किसान संगठन बैठक में कृषि कानून पूरी तरह से रद्द करने की मांग करते रहे।
विज्ञान भवन में दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक चली बैठक के दौरान दोनों पक्ष मात्र 14 मिनट के लिए ही आमने-सामने बैठे। लंच से पहले 9 मिनट और बाद में मात्र 5 मिनट। पिछली बैठकों में नरम रही सरकार इस बार नाराज भी दिखी। उसका कहना था कि प्रस्ताव पर फैसले की जानकारी मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक करने की बजाये बैठक में देनी चाहिए थी। सरकार के कहने पर किसान संगठनों की अलग से बैठक हुई, लेकिन वे किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उन्हें खेद है कि वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। किसान संगठनों के साथ बातचीत का दौर समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान संगठनों का सम्मान करती रही है। इसलिए संवेदनशील बनी रही। कुछ ऐसी ताकतें हैं जो चाहती हैं कि आंदोलन बना रहे। वे चाहती हैं कि किसानों का भला न हो। लगातार ये कोशिश हुई कि जनता और किसानों के बीच गलतफहमियां फैलें।
ट्रैक्टर परेड : पुलिस ने दिया है ड्राफ्ट
संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ता डा. दर्शनपाल का कहना है कि अब सरकार अपना गणतंत्र दिवस मनाएगी और किसान गणतंत्र दिवस पर अपनी ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने बैठक में एक रूट प्लान बताया है। इस पर शनिवार को फाइनल निर्णय लिया जाएगा। उधर किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि यह सरकार को सुनिश्चित करना है कि ट्रैक्टर परेड शांतिपूर्ण रहे। ‘26 जनवरी को आउटर रिंग रोड पर पहले से निर्धारित योजना के अनुसार ट्रैक्टर मार्च होगा। हमने पुलिस को सूचित किया है कि यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है कि यह शांतिपूर्ण रहे।’ यूनियन नेताओं ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन तेज करेंगे।
पुलिस पर कार का शीशा तोड़ने का आरोप
विज्ञान भवन में एक किसान ने अपनी कार का शीशा तोड़ने का आरोप पुलिस पर जड़ दिया, लेकिन पुलिस के अनुसार उसने खुद ही उत्तेजना में शीशा तोड़ा था।
किसानों ने पकड़ा संदिग्ध युवक कहा- गड़बड़ी फैलाने को भेजा
सोनीपत (हप्र) : किसान संयुक्त मोर्चा ने शुक्रवार देर रात कुंडली धरनास्थल पर एक संदिग्ध युवक को पकड़ा है। जगजीत सिंह दल्लेवाल और राकेश टिकैत सहित अन्य किसान नेताओं ने युवक को प्रेस कान्फ्रेंस में पेश किया। किसान नेताओं ने कहा कि युवक ने बताया है कि वह 19 जनवरी को धरनास्थल पर आ गया था और यहां की रेकी कर रहा था। उसने बताया कि उनका 10 लोगों का गुट है जिसमें 2 लड़कियां हैं। उन्हें धरने पर गड़बड़ी फैलाने के लिए भेजा गया था। युवक ने बताया कि उनके अलावा राडधना के 10 युवक और हैं िजन्हें ट्रैक्टर परेड वाले दिन किसानों को गोली मारने का आदेश दिया गया था। युवक ने बताया कि प्रदीप ने उसे यहां भेजा है। प्रदीप स्वयं को हरियाणा पुलिस का इंस्पेक्टर बताता है। युवक ने बताया कि सोनीपत के सुमित ने उसे प्रदीप से मिलाया था। प्रदीप ने कहा था कि 23 से 26 जनवरी तक कुंडली के माखनभोग रेस्टोरेंट के पास उन्हें हथियार उपलब्ध हो जायेंगे जिनसे उन्हें वारदात करनी थी। युवक ने यह भी बताया िक उन्होंने नकली पुलिस बनकर करनाल में खट्टर के कार्यक्रम के दौरान लाठीचार्ज किया था। युवक मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला है। वह 18 वर्ष से सोनीपत में रह रहा है। दल्लेवाल और टिकैत ने कहा कि सरकार आंदोलन खत्म करने के लिए हथकंडे अपना रही है। सोनीपत के एसपी जसनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं।