हैदराबाद (एजेंसी): सीएसआईआर- कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के उपचार के लिए विकसित किए गए रूस के टीके संबंधी पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं होने के कारण इस टीके के असरदार होने और इस्तेमाल के लिए सुरक्षित होने के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। सीसीएमबी के निदेशक राकेश के मिश्रा ने कहा कि यदि लोग ‘भाग्यशाली’ रहे तो रूस का टीका असरदार साबित होगा। उन्होंने उचित परीक्षण नहीं किए, जो तीसरे चरण में किए जाते हैं। इसी चरण में आपको टीके के असरदार होने के बारे में पता चलता है। इस चरण में बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाया जाता है और दो महीने इंतजार किया जाता है और पता लगाया जाता है कि वे संक्रमित हैं या नहीं।’ मिश्रा ने कहा,‘ऐसा लगता नहीं कि उन्होंने यह (बड़े स्तर पर परीक्षण) किया है, क्योंकि यदि आपने ऐसा किया है, तो हमें डेटा दिखाइए। आप इसे गोपनीय नहीं रख सकते।’