नयी दिल्ली, 5 मार्च (एजेंसी)कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और कुछ अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ शुक्रवार को सोशल मीडिया अभियान शुरू किया। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों से ‘स्पीकअप अंगेस्ट प्राइज राइज’ अभियान से जुड़कर महंगाई के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘महंगाई एक अभिशाप है। केंद्र सरकार सिर्फ़ टैक्स कमाने के लिए जनता को महंगाई के दलदल में धकेलती जा रही है। देश के विनाश के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठाइए।’ कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आरोप लगाया, ‘मोदी सरकार की ओर से उठाए गए हर कदम से आम लोगों की जेब खाली हुई है। देश के लोग इसे सहन नहीं करेंगे और अपनी आवाज उठाएंगे।’ कांग्रेस के कई अन्य नेताओं ने भी इस अभियान के तहत सरकार पर निशाना साधा।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।