16 नवंबर के दैनिक ट्रिब्यून में क्षमा शर्मा का लेख ‘खामोशी से बदली महिलाओं ने तस्वीर’ बिहार में हुए चुनाव परिणामों का खुलासा करने वाला रहा। बिहार में मतदान प्रक्रिया में महिला वोटरों ने सशक्तीकरण की मिसाल कायम कर दी। चौथी बार नीतीश कुमार का पुनः मुख्यमंत्री पद संभालना बड़े गर्व की बात है। नीतीश विगत कार्यकाल में राज्य की महिलाओं की आशाओं पर खरे उतरे हैं। महिला वर्ग की मौन भागीदारी उनकी जीत का इजहार कर रही थी।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
सामंजस्य से प्रगति
लोकतांत्रिक देश में शिक्षा, रोजगार, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक नेतृत्व के क्षेत्र में महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त हैं। लैंगिक असमानता महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देती है। महिलाओं के साथ सम्मान के साथ सही व्यवहार किया जाना चाहिए। पुरुष वर्ग को इसके लिए अपनी संकीर्ण सोच से बाहर निकलने की जरूरत है। वास्तव में स्त्री और पुरुष दोनों समाज के सिक्के के दो पहलू हैं। इनके आपसी सामंजस्य से ही समाज प्रगति करता है।
नेहा जमाल, मोहाली, पंजाब
अनुचित आरोप
वायु प्रदूषण को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को कोसा। वह अमेरिका में प्रदूषण न होना बता कर हर बार जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत, चीन और रूस पर आरोप लगाते आये हैं। वायु प्रदूषण के अलावा अमेरिका में ध्वनि प्रदूषण भी ज्यादा है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सभी देशों की समान जिम्मेदारी है। यह किसी एक देश के लिए चुनौती नहीं है। अमेरिका पहले स्वयं वायु एवं ध्वनि प्रदूषण को कम करे, फिर दूसरे देशों पर आरोप लगाए।
संजय वर्मा ‘दृष्टि’, मनावर, धार