कैथल, 22 मई (हप्र)
मंगलवार को अंबाला रोड पर ड्रेन के किनारे मिले शव के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि दोस्तों ने ही पुरानी रंजिश में अंशुल को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने अंशुल की हत्या के मामले में उसके चार दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस रिमांड में हत्या के कारण का खुलासा होगा। हत्या के मामले की जांच करते हुए थाना शहर एसएचओ इंस्पेक्टर बीर सिंह ने अंशुल के दोस्त एसबीआई रोड़ कैथल निवासी दीक्षित, कानूनगो महोल्ला कैथल निवासी सचिन, प्रताप गेट कैथल निवासी सागर व वर्मा कालोनी फ्रांसवाला रोड़ कैथल निवासी नितिन को गिरफ्तार किया है।
हत्या के बाद दोस्तों ने रचा अपहरण का ड्रामा
पटेल नगर निवासी अंशुल अपने पिता के साथ 20 में की रात को बड़ी देवी मंदिर के पास खाटू श्याम मंदिर में जागरण में गया था। जहां उसे उसके दोस्त मिल गए। उसके पिता ने रात 11 बजकर 27 मिनट पर अंशुल को फोन किया तो उसने बताया कि वह अपने दोस्त दीक्षित के साथ है और 5 मिनट में घर लौट आएगा। कुछ देर बाद जब उसके पिता राम मेहर ने दोबारा फोन किया तो उसका नंबर बंद मिला। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दीक्षित ने इसी बीच अपने दूसरे दोस्त सचिन सागर व नितिन को अंशुल के बारे में जानकारी दी और उन्हें वहां बुला लिया। चारों उसे जबरदस्ती एक्टिवा पर बिठाकर अंबाला रोड पर ड्रेन के पास ले गए। जहां सभी ने उसे पीटा और बाद में उसके पेट में सुआ मार दिया। इसके बाद सड़क पर पड़े सीमेंट के ब्लॉक से उन्होंने उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। वहां हुई हाथापाई में दीक्षित को भी चोट लगी थी। हत्या के बाद चारों दोस्तों ने अंशुल के अपहरण का नाटक रचा। दीक्षित ने अपने पिता को कुरुक्षेत्र रोड पर बुलाया और बताया कि अंशुल का अपहरण हो गया है।
लड़की से बात करने पर करते थे मना
जांच अधिकारी इंस्पेक्टर बीर सिंह ने बताया कि दीक्षित ने अंशुल के अपहरण की जो बात बताई वह पुलिस को जंच नहीं रही थी। पुलिस ने पूछताछ के लिए दीक्षित को थाने में बुलाया। पहले तो वह इधर-उधर की बातें करता रहा लेकिन बाद में फूट गया और उसने हत्या की बात कबूल कर ली। अंशुल अक्सर एक लड़की से फोन पर बात करता था। उसके दोस्त उसे उसे लड़की से बात करने के लिए मना करते थे। जब अंशुल उनकी बात नहीं मानी तो इस बात को लेकर उनका आपस में झगड़ा भी हुआ। झगड़े के बाद भी सभी दोस्त आपस में इकट्ठा ही रहते थे। सचिन, सागर और नितिन ने दीक्षित के साथ मिलकर पहले भी अंशुल की हत्या की योजना बनाई थी, जो सिरे नहीं चढ़ सकी। 20 को उन्हें मौका मिल गया। अंशुल के पिता घर जा चुके थे इसलिए वह अकेला था। वह उसे जबरदस्ती ड्रेन के पास ले गए। जहां उन्होंने मिलकर उसकी हत्या कर दी। जांच अधिकारी बीर सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को चारों को अदालत में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।