नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा)
दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला में इस गर्मी के मौसम में लू दर्ज नहीं की गई। इसके साथ ही जून के अंत तक लू नहीं चलने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, यह काफी असामान्य बात है क्योंकि 2011 के बाद से वेधशाला ने हमेशा गर्मियों में कम से कम एक दिन लू दर्ज की है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘सफदरजंग वेधशाला ने इस गर्मी के मौसम में अब तक लू दर्ज नहीं की है। साथ ही, अगले सात दिन में लू चलने का अनुमान नहीं है। वर्ष 2011 से दिल्ली में बिना लू के यह पहली गर्मी है।’ आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मई में 111 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई, जो दीर्घकालिक औसत 30.7 मिमी से 262 प्रतिशत अधिक है। इसके अनुसार, शहर में अप्रैल में 20 मिमी से अधिक वर्षा हुई, जो 2017 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक रही। मौसम विभाग ने अगले छह से सात दिन में रुक-रुककर बारिश होने का अनुमान जताया है, जिसकी तीव्रता 25 जून से 27 जून के बीच चरम पर होगी। विभाग के अनुसार, इस अवधि के दौरान अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम कार्यालय ने अभी तक दिल्ली में मानसून के आगमन की तारीख की घोषणा नहीं की है। निजी पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट वेदर’ के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा कि मानसून 28-29 जून को दिल्ली पहुंच सकता है। आईएमडी ने शुक्रवार को कहा कि मानसून कर्नाटक के कुछ और हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के शेष हिस्सों, विदर्भ, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, झारखंड तथा बिहार के कुछ और हिस्सों तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। मौसम विभाग ने कहा, ‘अगले तीन-चार दिनों के दौरान महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा तेलंगाना के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां भी अनुकूल होती जा रही हैं।’