उदयपुर, 15 मई (एजेंसी)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी में बड़े सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए रविवार को एक समग्र कार्यबल और कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों की मौजूदगी वाला सलाहकार समूह बनाने का फैसला किया। चिंतन शिविर के समापन के मौके पर उन्होंने कहा कि सलाहकार समूह सामूहिक निर्णय लेने वाली इकाई नहीं होगी, बल्कि इसके माध्यम से उन्हें वरिष्ठ नेताओं के अनुभव का लाभ मिलेगा। समग्र कार्य बल उन आंतरिक सुधारों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा, जिन पर इस चिंतन शिविर में चर्चा हुई है। ये सुधार 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए जाएंगे।
उदयपुर में दो दिनों के मंथन के बाद कांग्रेस की ओर से ‘उदयपुर नवसंकल्प’ जारी किया गया। ‘बड़े सुधारों’ की घोषणा करते हुए कहा गया कि पार्टी में ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फार्मूला लागू होगा। यह शर्त जुड़ी होगी कि परिवार के किसी दूसरे सदस्य को टिकट तभी मिलेगा, जब उसने संगठन के लिए कम से कम पांच साल काम किया हो। पार्टी ने अगले लोकसभा चुनाव से 50 प्रतिशत टिकट, 50 साल से कम उम्र के लोगों को दिए जाने की घोषणा की। कांग्रेस आने वाले दिनों में अपने सांसदों, विधायकों और सरकार में निर्वाचित पदों पर आसीन होने वाले नेताओं के लिए सेवानिवृत्ति की आयुसीमा निर्धारित करेगी। पार्टी ने समान विचारधारा वाले सियासी दलों के साथ संपर्क स्थापित करने की प्रतिबद्धता भी जताई।
पार्टी ने कहा कि वह महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ-साथ इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं का अलग कोटा निर्धारित करने के पक्ष में है।
भाजपा का ‘राष्ट्रवाद’ फर्जी करार : कांग्रेस के ‘नवसंकल्प’ में भाजपा के ‘राष्ट्रवाद’ को फर्जी करार देते हुए कहा गया है कि ‘भारतीय राष्ट्रवाद’ देश की सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) का मूल चरित्र है। कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था की ‘बदहाल स्थिति’, महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया और कहा कि मौजूदा वैश्विक एवं घरेलू हालात के मद्देनजर यह जरूरी है कि उदारीकरण के 30 साल बाद अब देश की आर्थिक नीतियों को फिर से तय किया जाए।
गांधी जयंती पर भारत जोड़ो यात्रा : सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर को बहुत सार्थक और उपयोगी करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हम गांधी जयंती के अवसर पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करेंगे। हममें से सब लोग इसमें भाग लेंगे। यात्रा का मकसद सामाजिक सद्भाव को मजबूत करना और संविधान के उन बुनियादी मूल्यों की रक्षा करना है जिन पर हमला हो रहा है।’ उन्होंने कहा कि 15 जून से जिला स्तर पर ‘जन जागरण अभियान’ का दूसरा चरण आरंभ होगा, जिसमें बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा। चिंतन शिविर के आखिरी दिन राहुल गांधी ने नेताओं का आह्वान किया कि बाहर की चुनौतियों से निपटने और भाजपा-आरएसएस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में उतरें। उन्होंने कहा, ‘चाहे हमारे वरिष्ठ नेता हों, कनिष्ठ नेता हों या कार्यकर्ता हों, उन्हें जनता के बीच जाना
चाहिए। जनता के साथ कांग्रेस का संपर्क टूट गया है, उसे स्वीकार करना होगा। उसे फिर से बनाना होगा। जनता समझती है कि कांग्रेस ही देश को आगे ले जा सकती है।’
अलग कृषि बजट की पैरवी :
कांग्रेस ने किसानों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने, अलग कृषि बजट बनाने, एमएसपी का ‘सी 2+50 प्रतिशत’ फार्मूला लागू करने, किसान कल्याण कोष बनाने और फसल बीमा योजना नये सिरे से बनाने की भी पैरवी की।