नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (एजेंसी)
चुनावी बॉन्ड योजना की एसआईटी जांच की मांग संबंधी याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गयी है। इसमें राजनीतिक दलों, कॉरपोरेट घरानों के बीच घपलेबाजी का आरोप लगाया गया है।
वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से दायर याचिका में अधिकारियों को विभिन्न राजनीतिक दलों को ‘मुखौटा कंपनियों और घाटे में चल रही कंपनियों’ की ओर से दिये गये चंदे के स्रोत की जांच करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘कॉमन कॉज और सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन’ द्वारा दायर याचिका में इसे ‘घोटाला’ करार देते हुए अधिकारियों को ‘शेल कंपनियों और घाटे में चल रही कंपनियों’ के वित्त पोषण के स्रोत की जांच करने का निर्देश देने की मांग की गई है, जिन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों को चंदा दिया था। याचिका में अधिकारियों को यह निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है कि कंपनियों द्वारा राजनीतिक दलों को ‘लेन-देन व्यवस्था’ के तहत चंदे में दी गई रकम को वसूला जाए। इसमें कहा गया है, ‘2जी या कोयला घोटाले के विपरीत, जहां स्पेक्ट्रम और कोयला खदानों पट्टों का आवंटन मनमाने ढंग से किया गया था, चुनावी बॉन्ड घोटाले में धन के लेन-देन का सबूत है।’