यह तस्वीर बेंगलुरू की है जहां एक स्कूल के बच्चे अपनी पानी की बोतलों को धूप में रखे हुए हैं और उसकी कोई भी परछाई न दिखने पर आनंदित हो रहे हैं। यहां के जवाहरलाल नेहरू प्लैनेटैरियम में बच्चों ने अनूठी खगोलीय घटना का अनुभव किया। बेंगलुरू में बुधवार को ‘जीरो शैडो डे’ मनाया गया। अर्थात शून्य परछाई दिवस। बताया गया कि ऐसा साल में दो बार होता है जब सूर्य सिर के ठीक सीध में होता है। लगभग दोपहर के समय ऐसे दृश्य में किसी व्यक्ति या वस्तु की कोई परछाई ही नहीं बनती।