नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (एजेंस)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जो अपने आप को देशभक्त कहते हैं वे 90 प्रतिशत लोगों के लिए ‘न्याय’ सुनिश्चित करने वाली जाति आधारित जनगणना के ‘एक्सरे’ के विरोध में खड़े हो गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना को कोई ताकत नहीं रोक सकती। उन्होंने यहां ‘समृद्ध भारत’ नामक संगठन की ओर से आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में मुख्य वक्ता के तौर पर कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी के लिए न्याय मेरी जिंदगी का मिशन बन गया है। राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी उनकी पार्टी के ‘क्रांतिकारी’ घोषणापत्र से घबरा गए हैं। राहुल ने कहा, ‘मैंने सिर्फ कहा कि यह पता लगाएंगे कि कितना अन्याय हो रहा है।’ राहुल ने कहा कि जब उन्होंने सिर्फ यह कहा कि पता करते हैं कितना अन्याय है तो यह सारे के सारे खड़े हो गए और कहने लगे कि देश को तोड़ने और बांटने की कोशिश हो रही है। उन्होंने पूछा कि एक्सरे से क्या बंटेगा? फिर उन्होंने खुद ही जवाब देते हुए कहा कि इससे तो 90 प्रतिशत लोगों को पता चलेगा कि उनकी भागीदारी कितनी है। कांग्रेस नेता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा के लोग अपने आप को देशभक्त कहते हैं लेकिन जातिगत जनगणना के ‘एक्सरे’ से डरते हैं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर प्रहार करते हुए कहा, ‘मोदी ने देश से 10 साल कहा कि वह ओबीसी हैं। जैसे ही मैंने जाति आधारित जनगणना और एक एक्सरे की बात की तो नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि जाति ही नहीं होती है। अगर जाति नहीं है तो आप ओबीसी कैसे हैं? आपको उसी समय कहना चाहिए था कि मेरी कोई जाति नहीं है।’ राहुल ने कहा कि अगर आप महाशक्ति बनना चाहते हैं, चीन से मुकाबला करना चाहते हैं तो 90 प्रतिशत लोगों की शक्ति का इस्तेमाल तो करना पड़ेगा।