मुंबई, 12 नवंबर (एजेंसी)
भारतीय नौसेना ने स्कॉर्पीन श्रेणी की 5वी पनडुब्बी ‘वगिर’ का मुंबई स्थित मझगांव डॉक में जलावतरण किया। रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये पनडुब्बी का जलावतरण किया। ‘वागिर’ पनडुब्बी भारत में बन रहीं छह कालवेरी श्रेणी की पनडुब्बियों का हिस्सा है। इस पनडुब्बी को फ्रांसीसी समुद्री रक्षा और ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस ने डिजाइन किया है और भारतीय नौसेना की परियोजना-75 के तहत इनका निर्माण हो रहा है। आईएनएस कालवेरी स्कॉर्पीन श्रेणी की पहली पनडुब्बी थी, जिसका जलावतरण 2017 में किया गया था और इसके बाद खंडेरी, करंज और वेला पनडुब्बी का जलावतरण किया गया। अधिकारी ने बताया कि ये पनडुब्बियां सतह पर, पनडुब्बी रोधी युद्ध में कारगर होने के साथ खुफिया जानकारी जुटाने, समुद्र में बारूदी सुरंग बिछाने और इलाके में निगरानी करने में भी सक्षम हैं। केंद्रीय आयुष और रक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने मुंबई के मझगांव डॉक पर 5वीं स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी ‘आईएनएस वागिर’ को लांच किया। इससे समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ेगी। खबरों के अनुसार, केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अरब महासागर में पनडुब्बी ‘आईएनएस वागिर’ को लांच किया। पनडुब्बी का निर्माण रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स द्वारा किया गया था। पनडुब्बियों के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर फ्रेंच सहयोगी नौसेना समूह के साथ काम कर रहा था, इस सौदे के साथ 23 हजार करोड़ रुपए से अधिक की कीमत थी। आईएनएस कलवरी, छह स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों में से पहली, 2015 में शुरू की गई थी। एमडीएल देश के प्रगतिशील स्वदेशी युद्धपोत निर्माण कार्यक्रम में हमेशा सबसे आगे रहा है।