गाजियाबाद (एजेंसी) :
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध का समाधान बातचीत से ही हो सकता है, अदालतों में नहीं। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत गैर राजनीतिक मंच ‘भारतीय छात्र संसद’, पुणे द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन चर्चा के दौरान बोल रहे थे। टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 10 महीने से जारी प्रदर्शन ‘रोटी’ को बाजार की वस्तु बनने और कृषि क्षेत्र के निजीकरण के प्रयास को रोकने के लिए है। टिकैत ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि इस विरोध का अंत क्या होने वाला है, लेकिन आंदोलन शुरू हो गया है और खेती से जुड़े मुद्दों पर अक्सर चर्चा से दूर रहने वाले देश के युवा भी इसमें शामिल हो रहे हैं।’