पटना, 5 मई (एजेंसी)
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बृहस्पतिवार को एेलान किया कि वह अपने गृह राज्य बिहार को बदलने के उद्देश्य से समान विचारधारा वाले लोगों का एक मंच बनाने का इरादा रखते हैं। एक नयी राजनीतिक पार्टी बनाने की अटकलों को खारिज करते हुए किशोर ने कहा कि इसकी बजाय वह बिहार के विकास के लिए काम करेंगे। हालांकि उन्होंने अपने नए विकासात्मक मंच द्वारा अंततः एक पार्टी के गठन की संभावना को खुला छोड़ दिया है।
दो साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से निष्कासन के तुरंत बाद शुरू किए गये ‘बात बिहार की’ की अवधारणा के समान अपने प्रस्तावित अभियान ‘जन सुराज‘ की चर्चा करते हुए किशोर ने कहा, ‘बिहार को बदलने के लिए एक नयी सोच और नए प्रयास की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि कुछ 17500-18000 लोगों की पहचान की गई है जो इस प्रयास में शामिल हो सकते हैं और वह अगले कुछ महीनों में उनके साथ चर्चा करेंगे। किशोर ने अपने पिछले अभियान ‘बात बिहार की’ का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लॉन्च के तुरंत बाद कोविड 19 महामारी ने दस्तक दे दी थी, जिसने सभी सार्वजनिक गतिविधियों को ठप कर दिया था।