नयी दिल्ली, 28 जुलाई (एजेंसी)
मंकीपॉक्स पर एक विशेष कार्यबल (एसटीएफ) का गठन किया जाएगा। एसटीएफ केंद्र सरकार को इस बीमारी के नैदानिक एवं उपचार संबंधी सुविधाओं को बढ़ाने तथा इसके टीकाकरण से संबंधित परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मंकीपॉक्स को लेकर पिछले दिनों एक उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से केरल में तीन जबकि दिल्ली में एक मामले की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को तय समय के भीतर मंकीपॉक्स के संक्रमण के मामलों का पता लगाने और उनके प्रबंधन के लिए एक संवेदनशील रणनीति पर काम करने के लिए कहा गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) नेटवर्क प्रयोगशालाओं को संचालित करने और उन्हें मंकीपॉक्स रोग के आवश्यक निदान की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। बैठक में कैबिनेट सचिव, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, अतिरिक्त सचिव (प्रधानमंत्री कार्यालय) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक मंकीपॉक्स एक वायरल ज़ूनोसिस है- एक ऐसा वायरस जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके लक्षण चेचक के समान होते हैं हालांकि चिकित्सकीय रूप से यह कम गंभीर होता है।
दिल्ली के मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव, अस्पताल से छुट्टी
मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध मरीज के जांच में नेगेटिव पाये पाये जाने के बाद उसे बृहस्पतिवार को यहां लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) से छुट्टी दे दी गयी। एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि जांच में गाजियाबाद का 30 वर्षीय व्यक्ति चिकेनपॉक्स से पीड़ित है और उसे मंगलवार को दिल्ली सरकार के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसे मंकीपॉक्स के लिए निर्धारित किया गया है। उसे ज्वर था एवं शरीर पर फफोले थे।