कोलकाता, 9 मार्च (एजेंसी)
कोलकाता के स्ट्रैंड रोड पर स्थित एक बहुमंजिला इमारत में लगी आग की घटना में मारे गए 9 लोगों में से कुछ के शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती और डॉक्टर उनकी शिनाख्त करने के लिए डीएनए जांच कराने का विचार कर रहे हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तड़के एक लिफ्ट में दो और शव पाए गए जिसके बाद न्यू कोइलाघाट बिल्डिंग हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में से अधिकतर वह हैं जिन्होंने आग पर काबू पाने का सबसे पहले प्रयास किया। इनमें अग्निशमन दल के चार कर्मी, हरे स्ट्रीट पुलिस थाने में तैनात एक सहायक उप निरीक्षक और एक आरपीएफ कर्मी शामिल है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अग्निशमन विभाग के गिरीश डे, गौरव बेज, अनिरुद्ध जना और बिमान पुरकायत की हादसे में मौत हुई। अधिकारी ने कहा, “दो शवों की पहचान होना बाकी है। हमने उन्हें शव परीक्षण (ऑटोप्सी) के लिए भेज दिया है।” अधिकारियों ने बताया कि पहले मिले सात शव भी लिफ्ट में ही पाए गए थे। इमारत की 13वीं मंजिल पर सुबह छह बजकर 10 मिनट पर आग लग गई थी जहां पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्वी रेलवे के कार्यालय स्थित हैं। अग्निशमन विभाग ने हादसे की जांच के लिए समिति गठित की है। पूर्व रेलवे ने भी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं जो प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी जयदीप गुप्ता की अध्यक्षता में की जाएगी। पुलिस ने बताया कि हादसे में मारे गए रेलवे कर्मियों की पहचान आरपीएफ कांस्टेबल संजय साहनी, उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक पार्थसारथी मंडल और वरिष्ठ तकनीशियन सुदीप दास के रूप में की गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता पुलिस के फोरेंसिक विभाग का एक दल आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए सुबह घटनास्थल पर पहुंचा।