मुंबई, 9 नवंबर (एजेंसी)
मुंबई के तट के पास क्रूज पोत से मादक पदार्थ पाए जाने के मामले में रिश्वत की मांग करने के आरोपों की जांच कर रहे स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के दिल्ली सतर्कता दल ने स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल से 10 घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की। क्रूज पोत मामले में अभिनेता शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान आरोपी है। एनसीबी के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि मादक पदार्थ रोधी एजेंसी ने सैल को मंगलवार को दोबारा बुलाया है। इससे पहले रविवार को एनसीबी द्वारा सम्मन भेजे जाने के बाद सैल अपने वकील के साथ सोमवार को अपराह्न दो बजे पुलिस सुरक्षा के बीच उपनगर बांद्रा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के मेस (भोजनशाला) में पहुंचा था। एनसीबी के दल ने सोमवार देर रात करीब 12 बजकर 20 मिनट पर सैल से पूछताछ की और इस दौरान उसका वकील भी मौजूद रहा। पूछताछ के बाद सैल वहां से चला गया। उसने परिसर के बाहर मीडिया कर्मियों से बात नहीं की। एनसीबी के उप महानिदेशक (उत्तरी क्षेत्र) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा, ‘‘हमने मंगलवार को उसे फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है।’ सिंह के नेतृत्व में एनसीबी का सतर्कता दल सोमवार सुबह दिल्ली से यहां पहुंचा था। सिंह संघीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) भी हैं।
एनसीबी के गवाह केपी गोसावी का अंगरक्षक होने का दावा करने वाले सैल ने पिछले महीने एक हलफनामे में आरोप लगाया था कि उसने गोसावी को एनसीबी द्वारा आर्यन खान को गिरफ्तार करने के बाद 25 करोड़ रुपये में समझौता करने पर चर्चा करते हुए सुना था। सैल ने आरोप लगाया कि गोसावी ने कहा था कि समझौते की धनराशि में से आठ करोड़ रुपये एनसीबी के मुंबई मंडल के निदेशक समीर वानखेड़े को दिए जाने हैं। वानखेड़े ने इन आरोपों से इनकार किया है। पिछले महीने सिंह के नेतृत्व में एक सतर्कता दल रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए मुंबई आया था लेकिन वह सैल का बयान दर्ज नहीं कर पाया था। उस समय उसने वानखेड़े समेत आठ लोगों के बयान दर्ज किए थे और क्रूज जहाज पर मादक पदार्थ मिलने के मामले में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और रिकॉर्डिंग एकत्र की थी।