जम्मू, 2 अप्रैल (हप्र)
कोरोना के दो सालों की पाबंदियों के हटते ही वैष्णो देवी के तीर्थस्थान पर उमड़ी भीड़ स्थानीय व्यापारियों को खुशी के पल तो दे रही है पर वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारी अभी भी चिंतित हैं। उनकी चिंता के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं द्वारा फिलहाल कोई रिकार्ड कायम नहीं कर पाने की है। दूसरी चिंता इस साल के पहले दिन की घटना की पुनर्रावृत्ति के डर की है जब 12 श्रद्धालु पहली बार हुई भगदड़ में दब कर जान गंवा बैठे थे। हालांकि दो साल के बाद उन्मुक्त होकर वैष्णो देवी की यात्रा में शिरकत कर रहे हजारों श्रद्धालुओं के मन में उल्लास है, खुशी है। इस खुशी को पुख्ता करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई है ताकि आतंकी या अन्य तत्व मौके का फायदा न उठा सकें। ऐसा उन रपटों के बाद किया गया है जिनमें कहा जा रहा है कि आतंकी कुछ ‘बड़ा’ कर सकते हैं। यह सच है कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन कटड़ा के बेस कैंप में तिल धरने की जगह नहीं है। श्राइन बोर्ड भी अनावश्यक भीड़ एकत्र नहीं होने देना चाहता। इसके लिए भीड़ नियंत्रण की खातिर विशेषज्ञों की सहायता ली जा रही है।