श्रीनगर, 10 जून (एजेंसी) पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद उत्पन्न तनाव के मद्देनजर कश्मीर के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बंद जैसी स्थिति रही, जबकि कुछ जगहों पर एहतियाती तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विवादित बयान देने वाले अपने दोनों नेताओं को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि शहर के संवेदनशील इलाकों और घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। डाउनटाउन श्रीनगर में शुक्रवार को सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। हालांकि, लाल चौक, बटमालू और आसपास के इलाकों में कार्यालय तथा स्कूल खुले होने के कारण सड़कों पर अन्य वाहन नजर आए। अधिकारियों ने किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए कुछ क्षेत्रों में एहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।