राजेश शर्मा
फरीदाबाद, 14 मई
नगर निगम फरीदाबाद के बहुचर्चित 200 करोड़ के कथित घोटाले के मामले में फरार चल रहे चीफ इंजीनियर डी.आर.भास्कर को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया गया है कि स्टेट विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने भास्कर को सैक्टर-21 में एक होटल से गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों भास्कर की जमानत याचिका खारिज हो गई थी। उसके बाद से ही उनके गिरफ्तार होने की चर्चाएं तेज होने लगी थी। बता दें कि इस मामले में सतबीर सिंह ठेकेदार को पहले ही विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। वह 6 दिन के रिमांड के बाद अब नीमका जेल में बंद है।
इस कथित घोटाले में दर्ज की गई एफआईआर में नगर निगम के दो चीफ इंजीनियर नामजद किए गए हैं। इनमें से डीआर भास्कर को गिरफ्तार किए जाने की खबर सार्वजनिक हो गई है, वहीं दूसरे चीफ इंजीनियर रमन शर्मा पर भी तलवार लटकी हुई है। फिलहाल इस मामले में भास्कर से पूछताछ की जानी है, जिसके बाद कई और मामलों का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
सिर्फ भास्कर को पकड़कर नहीं होगा भ्रष्टाचार का खात्मा : कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा
नगर निगम में 200 करोड़ रुपये के बिना काम भुगतान घोटाले को विधानसभा में उठाने करने वाले कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का कहना है कि सिर्फ मुख्य अभियंता दौलतराम भास्कर को पकड़कर ही भ्रष्टाचार का खात्मा नहीं होगा। भ्रष्टाचार की जड़ों तक पहुंचकर बड़े मगरमच्छ काबू करने होंगे। कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने स्टेट विजिलेंस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को लिखे पत्र में कहा है कि डीआर भास्कर तो इस तरह के घोटाले में सिर्फ एक कड़ी है। इस कड़ी के अहम सदस्यों तक भी विजिलेंस जब तक नहीं पहुंचेगी, तब तक नगर निगम का भ्रष्टाचार पूरी तरह उजागर नहीं होगा।
बता दें, नीरज शर्मा ने नगर निगम के भ्रष्टाचार का मुद्दा विधानसभा के बजट सत्र में उठाते हुए 22 मार्च को प्रण लिया था कि जब तक बिना काम भुगतान घोटाले में एक भी आरोपी को नहीं पकड़ा जाएगा जब तक वे अपने अंग पर सिले हुए कपड़े धारण नहीं करेंगे। इसके अलावा पैरों में जूते भी नहीं पहनेंगे।