ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 18 अगस्त
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हथिनीकुंड डैम की प्राथमिक रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। संबंधित समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट को केंद्रीय जल आयोग को भेजने की मंजूरी दी। रिपोर्ट पांच राज्यों को भी भेजी जाएगी। सीएम ने कहा कि हथिनीकुंड डैम हरियाणा सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण में यह रिपोर्ट बेहद अहम है।
बृहस्पतिवार को हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती का अनमोल तत्व पानी हर वर्ष बारिश के दिनों में बर्बाद होता है। इससे यमुना नदी के क्षेत्र में बाढ़ आती है। फसल का नुकसान होता है। इसी के चलते हरियाणा सरकार ने हथिनीकुंड में डैम बनाने का निर्णय लिया है। डैम का कैचमेंट एरिया लगभग 11170 वर्ग किलोमीटर होगा। डैम हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में बनाया जाना है। इसके बनने से हरियाणा को न केवल बिजली मिलेगी, बल्कि पानी की आपूर्ति भी होगी।
हथिनीकुंड डैम की वार्षिक बिजली उत्पादन क्षमता 763 एमयू होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग की सैद्धांतिक सहमति के लिए प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली भी भेजा जाना है। बताया गया कि डैम बनने से आसपास के क्षेत्र में ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग होगी और किसानों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डैम के बनने का फायदा रेणुका, किसाऊ और लखवार तीनों डैम को मिलेगा। इन तीनों डैम का बैलेंसिंग रिजरवायर फंक्शन हथिनीकुंड डैम को ही बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डैम बिजली और पानी की आपूर्ति तो करेगा ही, इसे पर्यटन का केंद्र भी बनाया जाएगा। यह डैम जिस क्षेत्र में बनने वाला है, वह बेहद हराभरा और प्रकृति के करीब है। इसे पर्यटकों की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्य सचिव संजीव कौशल, हरियाणा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के एसीएस अपूर्व कुमार सिंह व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
हरियाणा, हिमाचल के 9 गांव किए जाएंगे शिफ्ट
सुरेंद्र मेहता
यमुनानगर : हथिनीकुंड डैम के बनने के बाद यमुना के साथ लगते हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों को लाभ होगा। सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल ने बताया कि विभाग द्वारा जो प्रस्तावित रिपोर्ट बनाई गई है उसके मुताबिक इस पर 6134 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि यह राशि बढ़ भी सकती है क्योंकि रिपोर्ट 2018-2019 वर्ष को आधार मानकर तैयार की गई है। जिस स्थान पर हथिनीकुंड डैम का निर्माण किया जाना है उसके आसपास के 9 गांवों को वहां से शिफ्ट किया जाएगा। इनमें हरियाणा के चार और हिमाचल के 5 गांव शामिल हैं। अप स्ट्रीम में बांध के जलभराव का क्षेत्र 15 किमी ऊपर पांवटा साहिब तक हो सकता है। सबसे अधिक जमीन भी हिमाचल प्रदेश क्षेत्र की होगी।