- रणजीत सिंह को हिसार से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से नाराज़ है बिश्नोई परिवार
- कुलदीप बिश्नोई खुद के लिए मांग रहे थे हिसार से लोकसभा टिकट
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 25 अप्रैल
भाजपा ने पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई को मनाने की कोशिश शुरू कर दी है। बिश्नोई परिवार ने हिसार संसदीय क्षेत्र के प्रचार से खुद को अलग रखा हुआ है। यहां से भाजपा द्वारा बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह को टिकट दिए जाने के बाद से ही वे नाराज़ चल रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई खुद हिसार से भाजपा टिकट पर लोकसभा टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने उनकी जगह रणजीत सिंह पर दाव खेला है।
बिश्नोई परिवार को मनाने के लिए सीएम नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई से मुलाकात की। बिश्नोई के घर पहुंचे सैनी ने काफी देर उनके साथ लगाया और हिसार लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाई। इस दौरान पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई और आदमपुर से भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई भी मौजूद रहे। पिछले दिनों चौ. रणजीत सिंह आदमपुर हलके में प्रचार के लिए गए तो उस दौरान भी बिश्नोई परिवार ने उनके कार्यक्रम से दूरी बनाकर रखी। चौ. रणजीत सिंह भी कुलदीप बिश्नोई से बात कर चुके हैं लेकिन फिर भी वे खुद को चुनाव से दूर किए हुए थे। इसी के चलते मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान कुलदीप बिश्नोई से मुलाकात की। पहले कुलदीप बिश्नोई अपने विधायक बेटे भव्य बिश्नोई को हरियाणा सरकार में मंत्री बनवाना चाहते थे। सरकार में हुए बदलाव के बाद भी भव्य बिश्नोई का कैबिनेट में नंबर नहीं पड़ा। इसके बाद कुलदीप को लोकसभा टिकट मिलने की उम्मीद बंधी लेकिन वह भी पूरी नहीं हो पाई।
इसी वजह से बिश्नोई परिवार ने लोकसभा चुनाव से दूरी बना ली। कुलदीप बिश्नोई से हुई मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा, आज कुलदीप बिश्नोई के आवास पर परिवार के सभी सदस्यों के साथ बैठकर लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र रणनीति बनाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह से एकजुट है और सभी नेता मिलकर कमल का फूल खिलाने के लिए मैदान में उतरेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक बार फिर हरियाणा में लोकसभा की सभी दस सीटों पर जीत हासिल करेगी। इस बार हरियाणा में 11 कमल खिलेंगे। दस कमल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए होंगे और एक कमल चंडीगढ़ के लिए होगा। उन्होंने करनाल हलके में होने वाले उपचुनाव में भी भाजपा की जीत का दावा किया। पूर्व सीएम मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हुई है और उपचुनाव में खुद नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ रहे हैं।
हुड्डा को चुनाव में हार का डर
कांग्रेस की टिकट आवंटन में हो रही देरी पर भी सैनी ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत से चुनाव हार गए थे। उन्हें हार का डर लगता है, इसलिए इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। कांग्रेस के चुनावी घोषणा-पत्र पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा कि घोषणा-पत्र में कांग्रेस का हिडन एजेंडा देश के सामने आ गया है। कांग्रेस की विरासत टैक्स लगाने की मंशा भी अब लोगों के सामने सार्वजनिक हो चुकी है। सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पांचवीं बड़ी आर्थिक महाशक्ति बना है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन हुआ है।
धनखड़ से भी की गुफ्तगू
कुलदीप बिश्नोई से मुलाकात के बाद सीएम की भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली में लोकसभा चुनाव प्रभारी ओमप्रकाश धनखड़ के साथ भी बैठक हुई। दोनों नेताओं के बाद हरियाणा के साथ नई दिल्ली में लोकसभा चुनावों को लेकर चर्चा हुई। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में कृषि एवं पंचायत मंत्री रहे ओमप्रकाश धनखड़ लम्बे समय तक भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं। धनखड़ की जगह ही भाजपा ने नायब सिंह सैनी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया था। दोनों नेताओं ने चुनावी रणनीति पर विचार विमर्श किया।
कैm