
सहीराम
इधर बड़ी पकड़म पकड़ाई चल रही है जी! नहीं जी नहीं, विपक्षी पार्टियों के नेताओं और मंत्रियों की नहीं। बेशक आम आदमी पार्टी वाले इसमें आगे चल रहे हैं। उसके तो मंत्री तक पकड़े जा रहे हैं। बल्कि मनीष सिसोदिया के बारे में तो यही कहा जाता था कि दिल्ली के असली मुख्यमंत्री तो वही हैं। पर वे भी पकड़े गए। दूसरी पार्टीवाले ईर्ष्या कर सकते हैं कि हमारे इतने बड़े नेता को क्यों नहीं पकड़ा। पार्टी में कुछ गर्मी आती। खैर, अब तो लग रहा है कि राहुल गांधी निशाने पर हैं। उन्हें दो साल की सज़ा की घोषणा जो हो गयी है। वैसे वे पकड़ में आ ही नहीं रहे थे। भाजपा वाले बड़ी कोशिश कर रहे थे कि और कुछ नहीं तो भाषणों में घेर कर ही उन्हें पकड़ लिया जाए।
पूरी सरकार, पूरी पार्टी, बड़े-बड़े नेता, मंत्री सब लगे हुए हैं उन्हें घेरने में- जैसे कबड्डी के खेल में होता है। लेकिन वे पकड़ में आ ही नहीं रहे। बचकर तो निकल ही रहे हैं, साथ ही प्वाइंट भी बना रहे हैं। खैर, बात उनकी पकड़-पकड़ाई की है ही नहीं। चिंता की बात यह है कि नेता-मंत्री तो बचकर निकल रहे हैं और बड़े-बड़े ठग पकड़े जा रहे हैं। ठगों के इतने बुरे दिन तो पहले कभी नहीं आए थे। बल्कि लोग तो ईर्ष्या से यही कहते थे कि उनके अच्छे दिन चल रहे हैं।
अब इससे बुरे दिन ठगों के और क्या आएंगे कि कश्मीर में गुजरात का ठग पकड़ा गया और वह भी ऐसा ठग जिसके पास पीएमओ की हनक थी। नहीं जी नहीं, नीरव पटेल या मेहुल चौकसी नहीं पकड़े गए हैं, संदेसरा भी नहीं पकड़े गए हैं। अडानी सेठ का तो सवाल ही नहीं। यह तो किरण पटेल पकड़े गए हैं। यह ठग पीएमओ की हनक दिखाकर कश्मीर में ऐश काट रहा था। कश्मीर को अभी भी धरती का स्वर्ग माना जाता है और यह महाशय उसका स्वर्गिक आनंद उठा रहे थे। उसके पकड़े जाने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां कह रही हैं कि यह कोई साजिश नहीं थी, मामूली चूक थी। यह चूक चार महीने तक चलती रही। कोई और होता तो यह चूक अब तक यह अंतर्राष्ट्रीय साजिश का रूप ले चुकी होती।
खैर, उधर कश्मीर में किरण पटेल पकड़ा गया तो इधर पंजाब में अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए धरपकड़ मची हुई है। पंजाब को अशांति की ओर ले जाने की साजिश करने वाले यह ठग अपने को पंजाब का वारिस कहते हैं। आखिर इनके प्रति नरमी रखने का इल्जाम सह रही आम आदमी की सरकार ने यह धरपकड़ मचायी। फिर बिहार में मनीष कश्यप नाम का वह ठग भी आखिर पकड़ा ही गया जो यह कहकर दो राज्यों के बीच वैमनस्य के बीज बो रहा था कि तमिलनाडु में बिहार वालों पर हमले हो रहे हैं।
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