बैंकॉक, 19 जनवरी (एजेंसी)
थाईलैंड की अदालत ने एक पूर्व नौकरशाह को यहां की राजशाही का अपमान करने या मानहानि के खिलाफ बने सख्त कानून का उल्लंघन करने का दोषी ठहराते हुए मंगलवार को रिकॉर्ड 43 साल कैद की सजा सुनाई है। मानवाधिकार पर थाई वकीलों के समूह ने बताया कि बैंकॉक की फौजदारी अदालत ने महिला को फेसबुक और यूट्यूब पर राजशाही की आलोचना करने वाली टिप्पणी के साथ ऑडियो क्लिप पोस्ट कर देश के महामहिम सम्मान कानून के उल्लंघन का दोषी करार दिया।
ह्यूमन राइट्स वॉच में वरिष्ठ शोधकर्ता सुनई फासुक ने कहा, ‘अदालत का आज का फैसला स्तब्ध करने वाला है और यह बहुत ही घातक संकेत है कि राजशाही की आलोचना बर्दाश्त ही नहीं की जाएगी बल्कि सख्त सजा भी दी जाएगी।’ थाईलैंड में राजशाही का अपमान करने के खिलाफ कानून को आमतौर पर धारा-112 कहा जाता है और इसमें प्रत्येक अपराध पर 3 से 15 साल कैद का प्रावधान है। यह विवादित कानून है क्योंकि इसका इस्तेमाल न केवल फेसबुक पोस्ट आदि के लिए किया जाता है बल्कि इसमें कोई भी शिकायत कर दूसरे को वर्षों तक कानूनी कार्यवाही में फंसा सकता है। सजायाफ्ता महिला की पहचान अनचान प्रीलर्ट के तौर पर हुई है। जीवन के छठे दशक के मध्य में खड़ी महिला को अदालत ने शुरू में 87 साल कैद की सजा सुनाई लेकिन अपराध के लिए माफी मांगने पर सजा की अवधि घटाकर आधी यानी 43 साल कर दी गई।