साहित्य, कला एवं संस्कृति के सरोकारों को समर्पित पत्रिका ‘पुष्पगंधा’ के समीक्ष्य अंक में तमाम स्थायी स्तंभों के साथ सृजन के ज्वलंत सवालों का विमर्श समाहित है। अभिमन्यु अनंत पर विचारोत्तेजक लेख, व्यंग्य आलोचना पर प्रेम जनमेजय लेख के अतिरिक्त साहित्य की विभिन्न विधाओं का विवेचन अंक में शामिल है। पुष्पगंधा द्वारा आयोजित कहानी प्रतियोगिता के विजेताओं की कहानियां भी अंक की पठनीयता बढ़ाती हैं। कई चर्चित कवियों की कविताएं अंक को सरस बनाती हैं।
पत्रिका : पुष्पगंधा संपादक : विकेश निझावन प्रकाशक : 557-बी, सिविल लाइन्स, अंबाला शहर पृष्ठ : 99 मूल्य : रु. 30.