रोहतक, 22 फरवरी (हप्र)
कृषि कानूनों के विरोध एवं किसान नेता राकेश टिकैत के आह्वान पर महम क्षेत्र के गांव भैणी सुरजन के किसानों ने अपनी फसलें नष्ट करनी शुरू कर दी हैं। सोमवार को महम क्षेत्र के गांव भैणी सुरजन गांव में एक किसान द्वारा अपनी साढ़े तीन एकड़ गेहूं की फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया गया। इसी गांव के कई अन्य ग्रामीणों ने भी अपनी गेेहूं की फसलें नष्ट करने की चेतावनी दी है। जबकि महिला मुकेश, नीता व रोशनी ने बताया कि उन्होंने भी अपनी एक एकड़ गेहूं की फसल को पशुओं के चारे के लिए काटने का काम शुरू कर दिया है।
किसान मंदीप का कहना है कि उसने 25 एकड़ जमीन में गेहूं की फसल लगाई हुई है। सोमवार को उसने साढ़े तीन एकड़ फसल को किसान नेता राकेश टिकैत के द्वारा आह्वान करने के बाद ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया। उसने कहा कि यदि सरकार अपने हठ पर अड़ी रही तो वह केवल 2 एकड़ को छोड़कर बाकी बची हुई 20 एकड़ गेहूं की फसल को भी ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर देगा।
नष्ट करने की बजाये, दान कर दें फसल
महम के विधायक बलराज कुंडू, किसान सभा जिलाध्यक्ष प्रीत सिंह व भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे गेहूं की फसल को नष्ट न करें। उन्होंने कहा कि नष्ट करने की बजाए किसान उसे मंडी में न बेचकर अपने किसी गरीब पड़ोसी को दान करें ताकि उसका गुजर-बसर हो सके।