रोहतक , 3 मई (हप्र)
जिले के महम क्षेत्र में लाक डाउन की आड़ में किसानों द्वारा हजारों एकड गेहूं की फसल के अवशेषों में आग लगाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आगजनी में वन विभाग के सैकड़ों पेड़ पौधे भी जलकर राख हो गए। महम क्षेत्र के खरकड़ा, बलंबा व मदीना गांव के खेतों में पिछले 24 घंटे से रुक-रुक कर आग भड़क रही है, लेकिन उसे कोई बुझाने नहीं आया। नतीजतन अनेक जीव छोटे जंतु व वन विभाग के पौधे भी आग की भेंट चढ़ गए बताए जा रहे हैं।
पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने रोहतक जिले सहित अन्य कई जगहों पर तीन मई तक के लिए लाकडाउन लगाने की घोषणा की थी। लाक डाउन होने के बाद अधिकतर कर्मचारियों ने वर्क फ्राम होम के साथ कार्यालयों में आना छोड़ दिया। क्षेत्र में क्या हो रहा है इसको लेकर पटवारी व वन विभाग के कुछ कर्मचारियों ने भी सजगता नहीं दिखाई। इसी का फायदा उठाकर किसानों ने खरकड़ा गांव से लेकर मदीना हाईवे के साथ-साथ व अन्य कई जगहों पर गेहूं कटाई के बाद बचे अवशेष जलाने शुरू कर दिए। खेतों में लगाई गई आग सड़क किनारे लगाए गए पेड़ पौधों सहित घास-फूस में भी पहुंच गई जिससे सैकड़ों पेड़ जल गए।
आग बुझाने नहीं आय कोई
क्षेत्र के रोहित, महेंद्र, धर्मवीर आदि ने बताया कि खरकड़ा गांव से मदीना टोल प्लाजा व मोखरा मोड़, बलंबा, भराण गांव के खेतों में कहीं-कहीं रविवार रात से आग लगाई जा रही है, लेकिन इसे सोमवार दोपहर तक बुझाने के लिए कोई नहीं आया। उन्होंने कहा कि इससे जहां किसानों के मित्र कीट पतंग जलते हैं, वहीं प्रदूषण भी भारी मात्रा में फैलता है। उन्होंने कहा कि महम से रोहतक सड़क मार्ग पर सुबह से शाम तक अनेक अधिकारियों का आवागमन होता है, मगर फायर ब्रिगेड बुलाकर किसी ने भी आग को बुझाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जो काफी गंभीर मामला है।
क्या बोले अधिकारी
एसडीएम मेजर गायत्री अहलावत ने बताया कि सोमवार दोपहर को उन्हें आग की सूचना मिली। मौके पर फायर ब्रिगेड कर्मचारियों को भेजा गया है। जल्दी ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।