हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 26 सितंबर
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि एमएसपी को लेकर एक बार फिर आंदोलन होगा, कब और कहां होगा यह अभी बता नही सकते। आज देश में एमएसपी को लेकर किसान के बीच चर्चा जरूर है।
राकेश टिकैत सोमवार को भारतीय किसान यूनियन की युवा इकाई द्वारा रोहतक में आयोजित प्रदेश स्तरीय युवा किसान सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत करने पहुंचे थे। राकेश टिकैत ने कहा सरकार ने एमएसपी को लेकर जो वायदा किया था उस वायदे को पूरा नहीं किया। एमएसपी को लागू करने के लिए देश भर के किसानों को एकजुट हो कर इस सरकार के खिलाफ फिर से आंदोलन करना पड़ेगा। संगठन को मजबूत करने का काम किया जा रहा। आज रोहतक में युवा मोर्चा का सम्मेलन बुलाया गया था। जब लड़ाई लड़ी जाती है तो उस समय फौज मजबूत चाहिए, इसलिए पहले संगठन को मजबूत किया जा रहा है। फौज बहुत है उसे संगठित करने की जरूरत है कि कौन क्या काम करेगा। संगठन को मजबूत करने के लिए यह पहली बैठक हुई है। खासकर यूथ पर फोकस रहेगा। यूथ को नियंत्रित करके काम पर लगाया जाएगा। इस अवसर पर राकेश टिकैत ने कहा कि एक साल तक जो किसान आंदोलन चला उसमे किसान अपनी बात बोलना सीख गया है।
सरकार किसान-मजदूर विरोधी काम करेगी उसका विरोध करना सीख लिया है, जब भी मोदी बोलेगा तो किसान-मजदूर का नाम जरूर लेगा। उन्होंने कहा कि आढ़ती धरने पर है, उन्हें अपना धरना खत्म करना चाहिए अगर आढ़ती हड़ताल पर रहेंगे तो नुकसान किसान का होगा। सरकार किसान और आढ़ती को खत्म करने के लिए मंडियों को खत्म करने में लगी हुई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के दावे पर टिकैत ने कहा कि बेइमानी से कोई भी जीत सकता है।
राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन में हुई किसानों की मौत का जिम्मेवार भारत सरकार है, उनकी वजह से ही तो हो मौतें हुई। राकेश टिकैत ने कहा कि हमने तीन कृषि कानूनों के लिए तेरह महीने लड़ाई लड़ी है, कोई लड़ाई लड़ कर दिखाओ।
उन्होंने कहा कि आज फिर एमएसपी को लेकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है। एमएसपी, स्वामी नाथन की रिपोर्ट, बाजार भाव, हमारी जमीन को कैसे बचाना है उसके लिए लड़ाई लड़नी है। यह आज सारा देश एमएसपी को जान गया है। एमएसपी के बगैर काम चलने वाला नही है।