फाइल फोटो
डबवाली (लंबी), 25 मई (निस)
संयुक्त किसान मोर्चो ने किसान आंदोलन की बकाया व तीन नयी माँगों के लिए देश स्तर पर संघर्ष के अग्रिम ‘चेतावनी’ का ऐलान कर दिया है। वोट राजनीति को किसान के हितों प्रति चौकस करने के लिए सभी सांसदों को’ चेतावनी’ पत्र दिए जाएंगे। देश स्तरीय चेतावनी सप्ताह (26 से 31 मई) की पंजाब में बुनियाद सियासी गाँव बादल की सरजमीं से पड़ेगी। यहाँ भारतीय किसान यूनियन (एकता) उगराहां द्वारा 29 मई को गाँव बादल में मालवे के पाँच जिलों की विशाल ‘चेतावनी’ रैली करके फ़िरोज़पुर से सांसद सुखबीर बादल व बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल को चेतावनी माँग-पत्र दिए जाएंगे।
चेतावनी रैली की स्टेज बादल परिवार घर के नज़दीक बठिंडा-खयोवाली मुख्य सड़क पर लगेगी। आज भाकियू एकता उगराहां ने सियासी गाँव बादल में किसानों की रैली की तैयारियाँ शुरु कर दीं हैं। यूनियन के प्रदेश सचिव शंगारा सिंह मान के नेतृत्व में वीरवर को पाँच जिलों के नेताओं की मीटिंग हुई। इस मौके यूनियन के श्री मुक्तसर साहब के जिलाध्यक्ष हरबंस सिंह कोटली, मानसा के जिलाध्यक्ष राम सिंह भैनी बाघा, फाजिल्का के जिलाध्यक्ष गुरेभज सिंह रोहीवाला, बठिंडा के ज़िला महासचिव हरजिन्दर बग्घी, ज़िला श्री मुक्तसर साहब के महासचिव गुरभगत सिंह भलाईआना व लंबी ब्लाक के अध्यक्ष गुरपाश सिंघेवाला आदि किसान नेता मौजूद थे।
चौथा दर्जा के बराबर ‘पेंशन’ की मांग बनी संघर्ष का हिस्सा
संयुक्त किसान मोर्चो द्वारा प्रमुख माँगों में परंपरागत किसान मुद्दा एम.एस.पी, किसान आंदोलन में किसानों पर दर्ज मुकद्दमे खारिज करना, शहीद किसानों के परिवारों को मुआवज़ा व लखीमपुर घटना के आरोपी की गिरफ़्तारी शामिल हैं। मोर्चो ने किसान-मज़दूरों के हितों के लिए तीन नयी माँगें कर्ज़ मुक्ति, फ़सली बीमा योजना व किसान-मज़दूरों को चौथा दर्जा कर्मचारियों के बराबर बुढापा पेंशन संघर्ष का हिस्सा बनाया हुआ है।
‘चेतावनी रैली’ में शामिल होंगे हजारों किसान-मजदूर
मीटिंग के उपरांत शंगारा सिंह मान ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू (एकता) उगराहां द्वारा जनसमूह एकत्रित करके सांसदों को माँग-पत्र दिए जाने का कार्यक्रम है। बठिंडा व फिरोजपुर के सांसद गाँव बादल से होने के कारण यहाँ पाँच जिलों पर आधारित ‘चेतावनी रैली’ करने का निर्णय लिया गया है जिसमें हजारों किसान-मजदूर शामिल होंगे। मान ने अपील की कि दोनों संसद मैंबर गाँव बादल होने वाली रैली में पहुंच कर किसानों मांगों पर आधारित माँग-पत्र को लें व माँगों को लोकसभा में ज़ोर-शोर से उठायें।
सब से अधिक पढ़ी गई खबरें
ज़रूर पढ़ें