राजपुरा, 2 अगस्त (निस)
अमृतसर जिले में बीते दिनों जहरीली शराब पीने से 86 लोगों के लिये प्रशासन, स्थानीय सत्ताधारी नेताओं के अलावा मुख्यमंत्री जिम्मेवार है। अगर इन्होंने समय रहते नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो माताओं के बेटे न छिनते और बहनें विधवा न होंती। यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता व इलाका प्रभारी स हरजीत सिंह ग्रेवाल ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुये कही। उन्होंने कहा कि जिले के सभी 9 विधानसभा सीटों से अकाली-भाजपा नेता एसएसपी पटियाला से मंंगलवार को मिलेंगे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
ग्रेवाल ने कहा कि यह नकली शराब का धंधा जिले के विधायकों की संरक्षण मेें हो रहा है। विधायकों ने बड़े पुलिस स्टेशनों में भी इंस्पैक्टर से कम रैंक के एसएचओ लगाये हुये हैं, इसलिये वह उनके दबाव में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से तरनतारन में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है उसी तरह जिले के उस समय के सभी एसएचओ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि राजुपरा जीटी रोड पर के ढाबे सत्ताधारी दल के नेताओं के कब्जे में हैं, जिन पर हर तरह का गलत काम हो रहा है। इसी मामले को लेकर जिले के सभी अकाली-भाजपा प्रभारी, एसएसपी पटियाला से मिल कर नकली शराब के मामले में जिला पटियाला में विधायकों व सम्बधित नेताओं पर कार्रवाई करने के लिये मांग पत्र देंगे। इस मौके पर पूर्व पार्षद मनमोहन भोला, नरेश धीमान सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।