नयी दिल्ली, 5 जून (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश ने समयसीमा से पांच महीने पहले पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। इससे 27 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम हुआ, 41 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की विदेशी मुद्रा बचत हुई है आैर पिछले आठ वर्षों में किसानों को इथेनॉल मिश्रण से 40 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की आय हुई है।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर यहां विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने देश के लोगों, किसानों और तेल निर्माता कंपनियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल 2014 में भारत में सिर्फ डेढ़ प्रतिशत इथेनॉल की पेट्रोल में ब्लेंडिंग होती थी।
‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ मिट्टी के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक वैश्विक अभियान है। आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव ‘सद्गुरु’ ने मार्च 2022 में इसकी शुरुआत की थी।
वन और वन्यजीव बढ़े : प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत के वन क्षेत्र में 20,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। वन्यजीवों की संख्या में भी रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। पर्यावरण की रक्षा के लिए भारत नवोन्मेष और पर्यावरणीय प्रौद्योगिकी पर जोर दे रहा है। एलईडी बल्ब की उजाला योजना से सालाना 40 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है।
स्वस्थ हो रही है मिट्टी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन में भूमिका न के बराबर होने के बावजूद पर्यावरण की रक्षा के लिए भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में मिट्टी को जीवंत बनाए रखने के लिए निरंतर काम हुआ है। ‘सॉइल हेल्थ कार्ड’ अभियान चलाने से किसानों को बहुत लाभ हुआ है। इस वजह से किसानों की लागत में आठ से 10 प्रतिशत की बचत हुई है और उपज में बढ़ोतरी देखी गई है। उन्होंने कहा, मिट्टी आज स्वस्थ हो रही है तो उत्पाद भी बढ़ रहा है।