नयी दिल्ली, 20 नवंबर (एजेंसी) भाजपा ने करतारपुर साहिब के दौरे पर गए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कथित तौर पर अपना ‘बड़ा भाई’ बताने को चिंता का विषय करार दिया और शनिवार को कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि उसे हिन्दुत्व में बोको हरम और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन दिखते हैं, जबकि खान (इमरान) उसे ‘भाई जान’ नजर आते हैं। ज्ञात हो कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें एक पाकिस्तानी अधिकारी इमरान खान की ओर से उनका स्वागत करते दिखते हैं और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि खान उनके ‘बड़े भाई’ जैसे हैं और वह उन्हें बहुत प्यार करते हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘यह करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए एक गंभीर विषय है, चिंता का विषय है। उन्होंने दावा किया कि सिद्धू का बयान केवल मात्र एक घटना नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी का एक तरीका बन गया है, जिसमें उनके नेता हिन्दुत्व को निशाना बनाते हैं और पाकिस्तान का महिमामंडन करते हैं। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पुस्तक का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा कि विपक्षी दल को हिन्दुत्व में बोको हरम और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठन दिखते हैं जबकि खान में ‘भाई जान’। उन्होंने कहा कि ऐसा करने के पीछे एकमात्र वजह कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति है, क्योंकि उसे अभी भी ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान में एक ऐसा वर्ग होगा, जो पाकिस्तान के महिमामंडन से प्रसन्न होता होगा। उन्होंने कहा, ‘हालांकि हिंदुस्तान में ऐसा कोई वर्ग है नहीं। कोई भी हिंदुस्तानी पाकिस्तान के महिमामंडन से प्रसन्न नहीं होगा। लेकिन यह तुष्टीकरण की राजनीति है कि उन्हें हिंदुत्व में भी बोको हरम और आईएसआईएस दिखता है और इमरान खान में भाई जान दिखता है।’ पात्रा ने याद दिलाया कि सिद्धू इसके पहले भी पाकिस्तान और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की सराहना कर चुके हैं और वहां के सेना प्रमुख कमर बाजवा को गले लगा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सीमा से सटे होने के कारण पंजाब एक संवदेनशील राज्य है और वहां के नेताओं को परिपक्व और राष्ट्रभक्त होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू भारत के लिए उपयुक्त नहीं है और पंजाब को उनसे बेहतर की जरूरत है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी द्वारा हिन्दुत्व को विश्व के लिए खतरा बताने वाले एक बयान का उल्लेख करते हुए पात्रा ने दावा कि उन्होंने यह शब्द पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हिंदुत्व विरोधी हालिया बयान से लिए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे जाने के बारे में पूछे जाने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रियंका गांधी को यह बताना चाहिए कि सिद्धू के बारे में उनकी क्या राय है। सिद्धू, इमरान को बड़ा भाई मानते हैं और प्रियंका वाड्रा, सिद्धू को अपना भाई मानती है। तो क्या प्रियंका वाड्रा भी इमरान खान को अपना भाई मानती हैं?’ इमरान खान के बारे में सिद्धू के कथित बयान का वीडियो साझा करते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी के प्रिय नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा भाई कहते हैं। पिछली बार उन्होंने बाजवा को गले लगाया था और पाकिस्तान की प्रशंसा की थी। अब यह किसी से छिपा नहीं है कि क्यों अमरिंदर सिंह की जगह कांग्रेस ने सिद्धू को तरजीह दी।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।