नयी दिल्ली, 23 मई (एजेंसी)
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘तुष्टीकरण कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों की खुराक और आहार है। इसके बिना, वे एक दिन भी जीवित नहीं रह सकते।’
उन्होंने यह बात पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी के उस बयान के एक दिन बाद कही जिसमें उन्होंने कहा था कि वह राज्य में कई वर्गों के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के दर्जे को रद्द कर देने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को ‘स्वीकार नहीं करेंगी’।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्ता संभालने के बाद ममता ने वोट बैंक की राजनीति की। आरक्षण लाभार्थियों में मुस्लिम, बांग्लादेशी और रोहिंग्या शामिल हैं। उन्होंने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट का बुधवार को आया फैसला ममता के वोट बैंक की राजनीति पर करारा तमाचा है।’ कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में 2010 से कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को अवैध करार दिया था। अदालत ने कहा कि सूची में मुसलमानों के 77 वर्गों को शामिल करना उन्हें वोट बैंक के रूप में मानने के लिए था। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ममता ने कहा कि वह आदेश को ऊपरी अदालत में चुनौती देंगी। चौहान ने कहा, ‘ममता बनर्जी क्या संविधान से ऊपर हैं? यह अहंकार और अराजकता की पराकाष्ठा है।’ राहुल गांधी के बयान पर चौहान ने कहा कि भाजपा कई वर्षों से कह रही है कि कांग्रेस गरीब विरोधी, दलित विरोधी, आदिवासी विरोधी और पिछड़ा वर्ग विरोधी है। हरियाणा के पंचकूला में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि व्यवस्था तंत्र निचली जातियों के खिलाफ है और वह इसे अंदर से जानते हैं क्योंकि उनकी दादी एवं पिता प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा कि उन्हें यह इसलिए भी पता है क्योंकि बाद में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो वह उनके आवास जाया करते थे। उन्होंने कहा, ‘बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने एक बार पंजाब में रैली में कहा था कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दलितों और पिछड़ों के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस की शुरू से ही ऐसी मानसिकता रही है।’