नयी दिल्ली, 25 जनवरी (ट्रिन्यू)
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नये कृषि कानूनों को किसानों के हित में बताया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘शुरू में पूरी गति से आगे बढ़ रहे हमारे आर्थिक सुधारों के पूरक के रूप में नए कानून बनाकर कृषि और श्रम के क्षेत्रों में ऐसे सुधार किए गए हैं, जो लम्बे समय से अपेक्षित थे। राष्ट्रपति ने इस मौके पर देशवासियों से कोरोना की वैक्सीन लगाने का आग्रह करते हुए कहा कि दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इसका लाभ उठाएं।
राष्ट्रपति ने देशवासियों को 72वें गणतंत्र दिवस समारोह की बधाई देते हुए सरकार के सुधार कार्यक्रमों को लेकर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में किए गए व्यापक सुधार उल्लेखनीय हैं। ये सुधार भी लंबे समय से अपेक्षित थे। ये भी, कृषि एवं श्रम सुधारों के समान ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कहीं अधिक बड़ी संख्या में लोगों के जीवन को सीधे प्रभावित करने वाले हैं।
सियाचिन व गलवान घाटी का भी उल्लेख कर देश के जांबाज जवानों को याद कर राष्ट्रपति ने कहा, ‘माइनस 50 से 60 डिग्री तापमान में, सब कुछ जमा देने वाली सर्दी से लेकर, जैसलमेर में, 50 डिग्री से ऊपर के तापमान में, झुलसा देने वाली गर्मी में – धरती, आकाश और विशाल तटीय क्षेत्रों में – हमारे सेनानी भारत की सुरक्षा का दायित्व हर पल निभाते हैं। उन्होंने किसानों का उल्लेख कर कहा कि विपरीत प्राकृतिक परिस्थितियों, अनेक चुनौतियों और कोविड की आपदा के बावजूद हमारे किसान ने कृषि उत्पादन में कोई कमी नहीं आने दी। राष्ट्रपति ने कोरोना वैक्सीन का जिक्र कहा कि दिन-रात परिश्रम करते हुए कोरोना-वायरस को डी-कोड कर तथा बहुत कम समय में ही वैक्सीन को विकसित कर हमारे वैज्ञानिकों ने पूरी मानवता के कल्याण के लिए एक नया इतिहास रचा है। अब दूसरे देशों को भी वैक्सीन दी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 को सीख देने वाला वर्ष मानना चाहिए।