नयी दिल्ली, 14 जनवरी (एजेंसी)
सरकार व्हॉट्सएप द्वारा हाल में घोषित निजता नीति में बदलाव की समीक्षा कर रही है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। यह समीक्षा ऐसे समय की जा रही है जबकि व्हॉट्सएप के हालिया विवादास्पद बदलावों को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इसके तहत व्हॉट्सएप के प्रयोगकर्ताओं के डेटा को फेसबुक के अन्य उत्पादों और सेवाओं से जोड़ा गया है। सूत्रों ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग मंच के हालिया कदम के प्रभाव पर विचार-विमर्श चल रहा है। कारोबार जगत के कई दिग्गजों सहित बड़ी संख्या में प्रयोगकर्ताओं ने इस कदम को लेकर चिंता जताई है। आईटी मंत्रालय ने अभी तक व्हॉट्सएप से किसी तरह का स्पष्टीकरण नहीं मांगा है। हालांकि, इस बारे में जल्द फैसला हो सकता है। व्हॉट्सएप ने पिछले सप्ताह प्रयोगकर्ताओं को ‘इन-ऐप’ अधिसूचना के जरिये इन बदलावों की सूचना दी है। व्हॉट्सएप ने कहा है कि उसके मंच का इस्तेमाल जारी रखने के लिए प्रयोगकर्ताओं को नयी शर्तों तथा नीति पर 8 फरवरी तक सहमति देनी होगी।
सवालों का जवाब देने को तैयार व्हॉट्सएप
निजता नीति बदलावों को लेकर आलोचनाओं पर व्हॉट्सएप ने कहा कि वह इस मुद्दे पर सरकार के किसी भी सवाल का जवाब देने को तैयार है। मैसेजिंग मंच ने कहा है कि सिग्नल जैसे प्रतिद्वंद्वियों के साथ उसे प्रयोगकर्ताओं का भरोसा जीतने के लिए ‘प्रतिस्पर्धा’ करनी होगी। व्हॉट्सएप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने कहा कि कंपनी भारत के उपयोक्ताओं की निजता और सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। व्हॉट्सएप के प्रतिद्वंद्वी मंचों सिग्नल और टेलीग्राम के डाउनलोड में हालिया घटनाक्रमों के बीच काफी इजाफा हुआ है।
गूगल ने प्ले स्टोर से हटाये कई एप
गूगल ने भारत में सैकड़ों की संख्या में व्यक्तिगत ऋण एप की समीक्षा की है और इनमें से कई को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है। प्रयोगकर्ताओं और सरकारी एजेंसियों ने कंपनी से इन एप को लेकर चिंता जताई थी। गूगल ने बृहस्पतिवार कहा कि जो एप उपयोक्ता सुरक्षा नीतियों का उल्लंघन कर रही थीं, उन्हें तत्काल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। हालांकि, गूगल ने यह नहीं बताया कि उसने किन एप को हटाया है।