हिम्मतनगर (गुजरात), 28 जुलाई (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2014 से पहले पेट्रोल में मिलाए जाने वाले इथेनॉल की मात्रा 40 करोड़ लीटर थी, जो अब बढ़कर 400 करोड़ लीटर हो गई है। उन्होंने उत्तरी गुजरात के साबरकांठा जिले में हिम्मतनगर के नजदीक स्थित साबर डेयरी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण से किसानों की आय भी बढ़ गई है।
साबर डेयरी, गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन परिसंघ लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) का हिस्सा है जो अमूल ब्रांड के तहत डेयरी उत्पादों का निर्माण व विपणन करता है। मोदी ने साबरकांठा जिले में हिम्मतनगर शहर के पास स्थित साबरकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के 305 करोड़ रुपये की लागत से बने दूध पाउडर संयंत्र का उद्घाटन किया।
मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही उनकी सरकार किसानों की आय बढ़ाने की कोशिश कर रही है और पिछले आठ वर्ष में इस दिशा में किए गए निरंतर प्रयासों के अब नतीजे दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘किसानों की आय बढ़ी है क्योंकि केंद्र सरकार ने गत आठ साल में निरंतर प्रयास किए हैं। इससे भूमिहीन और सीमांत किसानों को सबसे अधिक लाभ हुआ है।’ उन्होंने दावा किया कि खादी और ग्राम उद्योग क्षेत्र ने गांवों में गत आठ साल में 1.5 करोड़ लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए हैं। मोदी ने कहा, ‘हम यूरिया का अन्य देशों से आयात करते हैं। हालांकि, हाल के समय में वैश्विक स्तर पर इसकी कीमत में कई गुणा वृद्धि हुई है, लेकिन हमने इसका बोझ किसानों पर नहीं डाला। सरकार यूरिया की 50 किलोग्राम की बोरी के लिए 3500 रुपये का भुगतान कर रही है, किसानों को केवल 300 रुपये में बेच रही है।’
… इसलिए किया प्लास्टिक बैन
उन्होंने कहा, ‘पशु स्वास्थ्य मेले के दौरान डॉक्टरों ने एक गाय के पेट से 15 से 20 किलोग्राम प्लास्टिक निकाला। यही वजह है कि हमने प्लास्टिक पर रोक की यह मुहिम शुरू की।’ इस मौके पर मोदी ने पाल चितरिया नरसंहार और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी मोतीलाल तेजावत को याद किया जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ बगावत का नेतृत्व किया। तेजावत के आंदोलन के जवाब में अंग्रेजों ने वर्ष-1922 के दौरान साबरकांठा जिले के पाल चितरिया और दाधवाव गांव में करीब एक हजार आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया था। मोदी ने कहा, ‘पहली बार, आदिवासी समाज की, देश की बेटी शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंची हैं। लोगों ने द्रौपदी मुर्मू को भारत का राष्ट्रपति बनाया है। यह हम सभी 130 करोड़ नागरिकों के लिए गर्व का विषय है।’