करनाल, 10 जून (हप्र)
कांग्रेस ने ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार और कल्पना चावला मेडिकल कालेज के निदेशक पर सवाल उठाए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र राठौर ने कहा कि निदेशक की जिम्मेवारी मरीजों को बचाने की है, मगर वो सरकार को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल निदेशक से मिला था। जब ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों और उनके इलाज पर चर्चा हुई तो निदेशक के पास कोई जवाब नहीं था, जिससे यह साबित हो सके यहां मरीजों का इलाज सही चल रहा है। वीरेंद्र राठौर ने कहा कि हैरानी की बात है कि निदेशक सरकार के पास केवल यह रिपोर्ट भेजते हैं कि मरीजों की संख्या कितनी बढ़ गई है। इन मरीजों के उपचार के लिए जो दवा चाहिए उसकी मांग सरकार से नहीं की जाती है।
उन्होंने कहा कि निदेशक की लापरवाही और दवाओं के अभाव में करनाल में 35 लोगों की मौत ब्लैक फंगस से हो चुकी है। कल्पना चावला मेडिकल कालेज में 125 मरीज उपचाराधीन हैं, जिनको लेकर कांग्रेस चिंतित हैं। निदेशक और सरकार को इनकी जान की परवाह नहीं है। वीरेंद्र राठौर ने कहा कि ब्लैक फंगस के एक मरीज को दिन में 5 इंजेक्शन लगाए जाने की जरूरत है। मगर इंजेक्शन की भारी कमी है। अकेले कल्पना चावला मेडिकल कालेज में प्रतिदिन 600 से 650 इंजेक्शन की आवश्यकता है, मगर आपूर्ति केवल 35 से 40 इंजेक्शन की हो रही है। इस अवसर पर डा. सुनील पंवार, निश्चय सोही, बसंत राणा, पूर्व सीएमओ डा. गीता व बिजेंद्र सैनी मौजूद रहे।
निदेशक से मांगा स्पष्टीकरण
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि कल्पना चावला मेडिकल कालेज के निदेशक स्पष्टीकरण दें कि आज तक कितने मरीज ब्लैक फंगस कल्पना चावला मेडिकल कालेज में भर्ती हुए हैं। उनके इलाज के लिए क्या प्रक्रिया अपना गई है। कितनी मात्रा में इंजेक्शन मरीजों को लगाए गए हैं। स्टॉक रजिस्टर को सार्वजनिक किया जाए। अगर 48 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता निदेशक का घेराव करेंगे।