शिमला, 18 अप्रैल (निस)
सूरज की प्रचंड तपिश से झुलस रहे मैदानी क्षेत्रों के लोगों के लिए पहाड़ भले ही अभी भी ठंडे-ठंडे, कूल-कूल हैं मगर पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के लिए इस बार गर्मी का मौसम अप्रैल में ही पसीने छुड़ा रहा है और जून जैसी गर्मी का अहसास दिला रहा है। हिमाचल में इस बार अप्रैल महीने में ही गर्मी के सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है। ऊना में जहां पारा दो दिनों से लगातार 41 डिग्री के पार दर्ज किया जा रहा है। वहीं अपने सदाबहार मौसम के लिए मशहूर शिमला में आज पारा 26.5 डिग्री तक पहुंच गया। शिमला में यह तापमान मई-जून महीने में दर्ज किया जाता है। कुफरी और नारकंडा की बर्फ भी इस बार समय से काफी पहले पिघल चुकी है। ऐसे में राजधानी शिमला और आसपास के लोगों को लगातार पसीने छूट रहे हैं। अपने सदाबहार मौसम के लिए मशहूर धर्मशाला भी इस बार उम्मीदों से अधिक गर्म रहा है। धर्मशाला आज अधिकतम तापमान 34 डिग्री तक पहुंच गया। इसी तरह हमीरपुर में 36.5, सुंदरनगर में तापमान 36.1, बिलासपुर में 36, सोलन और नाहन में 34-34 और कुफरी में 20 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में हो रही तेज वृद्धि से प्रदेश की ऊंची चोटियों पर ग्लेशियर भी तेजी से पिघल रहे हैं। इससे नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रदेश में लगातार पड़ रही गर्मी से जहां पेयजल संकट गहराता जा रहा है वहीं जंगलों में आग भी खूब तांडव मचा रही है। कृषि और बागवानी भी लगातार सूखे से बुरी तरह प्रभावित हुई है और तुरंत वर्षा नहीं हुई तो इस बार सेब की बम्पर फसल भी जाती रहेगी।
इस बीच मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने गर्मी से राहत की कुछ उम्मीद जगाई है। विभाग के अनुसार हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके प्रभाव से आज से 22 अप्रैल तक राज्य में अलग-अलग स्थानों पर वर्षा होने, अंधड़ चलने और अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है।