शिमला, 27 जुलाई (निस)
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की वर्षा लगातार जानलेवा साबित हो रही है। मानसून से जुड़ी घटनाओं में प्रदेश में अब तक 125 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 6 लोग अभी लापता हैं। 96 मवेशियों की मौत हो चुकी है। 73 घरों व दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है जबकि 154 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है। नुकसान का यह आंकड़ा महज एक 28 दिनों का है। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 29 जून को दस्तक दी थी। मानसून की दस्तक के साथ ही प्रदेश के चार जिलों किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा व सिरमौर को छोड़ कर बाकी जिलों में औसत से अधिक बारिश हो रही है। बारिश अधिक होने से नदी नाले उफान पर हैं। हालांकि प्रदेश में नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे है, बावजूद इसके प्राधिकारण ने प्रदेश के आम लोगों व सैलानियों को नदी नालों के किनारे न जाने की सलाह दी है।
प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक मानसून की दस्तक के साथ ही राज्य में भूस्खलन की अब तक 20 घटनाएं हो चुकी हैं। बादल फटने की छह घटनाएं अब तक हुई हैं जबकि 23 सडक़ हादसे हुए तथा नदी नालों का जलस्तर बढ़ने से अचानक बाढ़ आने की 26 घटनाएं हुई हैं। प्रदेश के किन्नौर जिला के ठंगी में भारी बारिश होने से आज जल शक्ति विभाग का पानी का स्रोत खत्म हो गया है। साथ ही एक सिंचाई कूहल को भी नुकसान हुआ। इस घटना में करीब 5 लाख के नुकसान का अनुमान है।
प्राधिकरण के मुताबिक प्रदेश में बीते 28 दिनों में मानसून की बारिश से 450 करोड़ का नुकसान हो चुका है। लोक निर्माण विभाग को सर्वाधिक 323 करोड़ व जल शक्ति विभाग को अब तक 114 करोड़ के नुकसान का अनुमान है। प्रदेश में 20 संपर्क सडक़ें बुधवार को बंद रही। बिजली बोर्ड के 110 ट्रांसफार्मरों को नुकसान हुआ है तथा जल शक्ति विभाग की 10 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई।
भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने 29 और 30 जुलाई को प्रदेश के 7 ज़िलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने प्रदेश में आगामी 30 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए राज्य के आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में आगामी 48 घंटों में किन्नौर व लाहौल स्पीति जिलों में भारी बारिश का अंदेशा जताया गया है। पत्र में प्रदेश के बाकी जिलों में आगामी 36 से 48 घंटों के बीच भारी बारिश होने की संभावना को लेकर सूचित किया गया है। पत्र में कहा गया है कि भारी बारिश से बिजली, पानी की आपूर्ति बाधित हो सकती है। सडक़ों पर यातायात बाधित होने का अंदेशा है।
तांदी-संसारी नाला सड़क बन्द
लाहौल-स्पिति में तोज़िंग नाला में बाढ़ आने से तांदी-संसारी नाला सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गई है। बाढ़ में एक मोटर साइकिल बह गया। हालांकि इस घटना में बाइक सवार बाल-बाल बाल बच गया।
रामपुर बुशहर उपमंडल के गांव में भूस्खलन
रामपुर बुशहर (निस) : रामपुर बुशहर उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत दरकाली में हुई बारिश से रडोली गांव से 3 किलोमीटर दूर भारी भूस्खलन हो गया जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। भूस्खलन के चलते दरकाली में एचआरटीसी की एक बस फंसी हुई है। ऐसे में लोगों को छोटी गाड़ियों में अतिरिक्त किराया देकर रामपुर व तकलेच पहुंचना पड़ रहा है। प्रधान गुलजारी लाल साहनी, निजू राम पाकला, देवेंद्र नेगी, मीना मरालु, राजेश, राम पाकला, केहर सिंह, दिलसुख सहित अन्य लोगों ने कहा कि बारिश से दरकाली में एचआरटीसी की एक बस फंसी हुई है, कई लोग 7 किलोमीटर पैदल सफर कर तकलेच पहुंच रहे हैं।