पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 13 अप्रैल
प्रशासन की टीम ने मंगलवार को 110 दिन से बंद केजीपी-केएमपी के टोल प्लाजा दोबारा से शुरू करा दिए हैं। यहां कुछ किसान विरोध स्वरूप बैठे थे, जिन्हें प्रशासन ने मौके से उठा दिया। इसके बाद, दोनों ही टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली का काम शुरू हो गया। 110 दिन यह टोल बंद रहने से करीब 100 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान है।
सुबह करीब 9 बजे एसडीएम शशि वसुंधरा और डीएसपी वीरेंद्र राव और डा. रविंद्र के नेतृत्व में प्रशासन-पुलिस का अमला केएमपी के टोल प्लाजा पर पहुंचा। यहां पहले से कुछ किसान मौजूद थे। प्रशासन ने इन्हें यहां से हटा दिया और टोल टैक्स वसूली शुरू करा दी। यहां निगरानी के लिए पुलिस व सुरक्षा बलों की 2 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं, जिससे किसान दोबारा यहां आकर टोल प्लाजा को बंद न करा सकें।
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कुंडली बॉर्डर पर धरनारत किसानों ने पिछले साल वर्ष 25 दिसंबर को हरियाणा के सभी टोल बैरियरों को फ्री करा दिया था। इसके बाद बीच में कई बार टोल नाकों पर टैक्स वसूली शुरू की गई, लेकिन किसानों ने इन्हें फिर फ्री करा दिया था।
पुलिस और आरपीएफ की कंपनी तैनात
टोल पर सोनीपत पुलिस की एक कंपनी के अलावा आरएएफ की कंपनी भी तैनात की गई। इसके बाद, सुबह करीब 9 बजे टोल टैक्स वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इस बारे में डीएसपी डा. रविंद्र कुमार का कहना है कि अधिकारियों से आदेश मिले थे कि केजीपी-केएमपी टोल नाकों को शुरू कराया जाए। इन आदेशों की पालना में यहां पुलिस बल की तैनाती की गई और टोल नाके शुरू कराए गए। अगले आदेशों तक यहां पर पुलिस बल तैनात रखा जाएगा। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस हर समय तैयार है।
संयुक्त मोर्चा की बैठक में लेंगे निर्णय : चढ़ूनी
केजीपी-केएमपी के टोल प्लाजा शुरू कराए जाने के मामले में भाकियू नेता एवं संयुक्त मोर्चा के सदस्य गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि वे इस मुद्दे को संयुक्त मोर्चा की बैठक में रखेंगे और इसके बाद जो निर्णय होगा वह लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दअरसल, टोल बंद होने के बाद मोर्चा भी आश्वस्त हो गया था और आंदोलन को बढ़ाने के लिए महापंचायत कर रहे हैं। किसान अपने निर्णय पर अडिग हैं और जल्द टोल टैक्स वसूली को लेकर फैसला लेंगे।